tag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post3175249057842349215..comments2024-03-28T17:50:39.576+05:30Comments on उलूक टाइम्स: सचसुशील कुमार जोशीhttp://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-67759456077122650172012-03-18T17:58:28.566+05:302012-03-18T17:58:28.566+05:30छेद छेद में भेद है, दे छल-छिद्र खरेद ।
*छेदा छेदक...छेद छेद में भेद है, दे छल-छिद्र खरेद ।<br /><br />*छेदा छेदक में लगे, अबकी देगा भेद ।।<br /><br />*घुनरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-261059233896405262012-03-18T13:07:02.113+05:302012-03-18T13:07:02.113+05:30अरे घरवालो उन
घरवालों को तो न
डराया करो...
बहुत...अरे घरवालो उन <br />घरवालों को तो न <br />डराया करो...<br />बहुत सुन्दर . आज के वक्त के हिसाब से लिखी रचना जो आज के <br />तंत्र पर एक प्रहार है . बहुत खूब .Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.com