tag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post7058836055466570970..comments2024-03-29T16:44:23.585+05:30Comments on उलूक टाइम्स: एक कबूतर लिख एक कबूतर खाना लिख गुटरगूं लिख चोंच लड़ाना लिख सुशील कुमार जोशीhttp://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-42107314533084933512021-09-11T21:41:43.006+05:302021-09-11T21:41:43.006+05:30लिखने लिखाने को लिख धूप दिखा
धुएं धुएं में धुएं का...लिखने लिखाने को लिख धूप दिखा<br />धुएं धुएं में धुएं का धुआं हो जाना लिख....कितना सही,क्या क्या और कितना कुछ शब्दों में लिख दिया आपने,सुंदर सृजन ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-1140317280636233472021-09-11T17:59:34.040+05:302021-09-11T17:59:34.040+05:30सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय । बहुत बधाइयाँ । सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय । बहुत बधाइयाँ । दीपक कुमार भानरेhttps://www.blogger.com/profile/14512403306123301731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-37805233825863669152021-09-11T14:50:01.311+05:302021-09-11T14:50:01.311+05:30आपको पढ़ते हुए न जाने कहां-कहां छिपी हुई मुस्कान आ...आपको पढ़ते हुए न जाने कहां-कहां छिपी हुई मुस्कान आने लगती है और न जाने कितनी ही बातें समझ में आ जाती है । बहुत ही बढ़िया कहा ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-25635568012927904722021-09-11T12:44:24.349+05:302021-09-11T12:44:24.349+05:30लेखक के लिए लिखना नितांत आवश्यक है !! सकारात्मक भा...लेखक के लिए लिखना नितांत आवश्यक है !! सकारात्मक भाव !!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-60291181610575407882021-09-11T12:03:22.460+05:302021-09-11T12:03:22.460+05:30लिखनेवाला लिखता रहे और पढ़नेवाला परेशान होता रहे। ब...लिखनेवाला लिखता रहे और पढ़नेवाला परेशान होता रहे। बहुत खूब।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-79416238579195202922021-09-11T04:45:47.799+05:302021-09-11T04:45:47.799+05:30लेखन धर्म का अच्छे से निर्वाहन हो गया है
साधुवादलेखन धर्म का अच्छे से निर्वाहन हो गया है<br />साधुवादविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-25751993194911513142021-09-10T17:52:14.333+05:302021-09-10T17:52:14.333+05:30बस लिखता रह मनु, क्या परेशानी है, परेशान होने दें ...बस लिखता रह मनु, क्या परेशानी है, परेशान होने दें पढ़ने वाले को तू बस लिख लिख और लिख जो भी जभी भी जहाँ भी ।<br />वाह! गजब!!<br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-59486596577654799792021-09-10T17:34:40.109+05:302021-09-10T17:34:40.109+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(११-०९-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br /> 'मेघ के स्पर्धा'(चर्चा अंक-४१८४) </a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-92167791694956429192021-09-10T16:39:16.259+05:302021-09-10T16:39:16.259+05:30कहीं भी नहीं है जब
वो जिसे जहां होना होता है
लिख क...कहीं भी नहीं है जब<br />वो जिसे जहां होना होता है<br />लिख कुछ हुआ <br />लिख कुछ हो रहा<br />लिख<br />कल के कुछ होने का <br />हो जाना लिख<br />हो या फिर ना हो बस लिख लो लिखना जरूरी है कुछ के लिए लिखा हुआ ही सत्य है ,काफी है सच क्या है इससे किसी को क्या....<br />लाजवाब सृजन<br />वाह!!!<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-72389992187835566812021-09-10T14:27:22.993+05:302021-09-10T14:27:22.993+05:30बच गया कुछ चोंच लड़ाना सीख... वाह! बहुत खूब!!!बच गया कुछ चोंच लड़ाना सीख... वाह! बहुत खूब!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-68371855777362733662021-09-10T10:13:36.913+05:302021-09-10T10:13:36.913+05:30मय और मयखाना लिख दिया तो बाकी सब माफ़ ...
दिखाई भी ...मय और मयखाना लिख दिया तो बाकी सब माफ़ ...<br />दिखाई भी कहाँ देता है लिखा हुआ ...<br />गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई हो ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-8044140146618272272021-09-10T08:01:07.392+05:302021-09-10T08:01:07.392+05:30आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शुक्रवार 10 सितम्बर 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है....<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में एकल रचना " पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3149292534371733588.post-15255102599171582622021-09-09T21:30:59.919+05:302021-09-09T21:30:59.919+05:30नियम लिखने लिखाने के रहने दे
बेखौफ लिख
लेखक एक दी...नियम लिखने लिखाने के रहने दे<br />बेखौफ लिख <br />लेखक एक दीवाना लिख,,,,,,, बहुत सटीक एवं सुंदर ,,,Madhulika Patelhttps://www.blogger.com/profile/18209148776668167493noreply@blogger.com