शनिवार, 31 मार्च 2012

अर्थ आवर

मार्च महीने के अंतिम
सप्ताह का शनिवार
मानव को जाग्रत
करने का एक विचार
ऋतु परिवर्तन के बारे
में जागरूकता बढ़ाने
लोगों का ध्यान उनके
कर्मों की ओर दिलाने
वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर का
होता है कुछ खास प्रयोजन
करता है इस उपलक्ष्य में वो
हर वर्ष एक घटना का आयोजन
2007 में पहली बार
जागरूकों ने मनाया
सिडनी शहर के लोगों ने
एक अभियान चलाया
इस बार छटी बार
फिर से नंबर है आया
शाम आज 8:30 पर
हम को भी अलख जगाना है
जरूरी गैर जरूरी घर
और व्यव्साय की बत्तियों को
बस एक घंटे के लिये बुझाना है
इससे जल और उर्जा
हम बचा पायेंगे
साठ मिनट के अंधेरे से
भविष्य को रोशन कर पायेंगे
जलवायू परिवर्तन से हो रहे
पृथ्वी पर घावों को सहलायेंगे
अर्थ आवर के बारे में
सबको आज जरूर बतायेंगे
पूरे परिवार के साथ
अंधेरे का मजा उठायेंगे ।

7 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छी प्रस्तुति!
    इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
    सूचनार्थ!
    --
    अन्तर्राष्ट्रीय मूर्खता दिवस की अग्रिम बधायी स्वीकार करें!

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    1. साड़े आठ से साड़े नौ
      अर्थ आवर मनाया
      सारी रोशनियों को
      बंद कर के आया
      मेरे घर का अंधेरा
      जगमग करते
      मेरे शहर की
      रोशनी ने भगाया
      क्या आपने भी मनाया?

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  2. ये अँधेरा लाएगा उजाले की एक किरण....
    सार्थक कदम....

    सादर.
    अनु

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  3. बूँद बूँद सो भरे सरोवर .सबके घर सौर ऊर्जा से होवें रोशन ,(सौर )सोलर हीटर पड़ा छत पर वर्ष भर दे गरम पानी .वर्षा जल का करें नियोजन संग्रह भाई .अर्थ आवर को दें बधाई .

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