कहते हैं एक
अच्छा आईडिया
बदल सकता है
किसी की भी दुनिया
पर आईडिया
आये कहाँ से
प्रश्न उठ रहा हो
अगर किसी के
खाली दिमाग में
ऐसे ही समय में
तो लगता है
प्रश्न भी बेरोजगार
हो सकते है
कहीं भी मन करे
उठ खड़े भी
हो सकते हैं
इसलिये कभी कभी
पाठक के ऊपर भी
भरोसा कर ही
लेना चाहिये
कुछ बात जो
समझ में नहीं
आ रही हो
बेझिझक होकर
पूछ लेना चाहिये
अब मजाक
मत उड़ाइयेगा
अपना समझ कर
ही बताइयेगा
सोच में आ रहा है
देश भक्ति के
छोटे छोटे पैकेट
बनाकर फुटकर में
बेचने का मन
चाह रहा है
दाम बहुत ज्यादा
नहीं रखे जायेंगे
आजकल वैसे भी
एक के साथ एक
फ्री लेने देने का
जमाना छा रहा है
अब किसी एक को
तो लेनी ही
पड़ेगी सारे देश में
ऐजैंसियाँ बाटने
की जिम्मेदारी
किससे सौदा
किया जाये
बस यही समझ
में नहीं आ पा रहा है
रोज लाता है ‘उलूक’
कौड़ी बेकार की
आज भी कोई
नई चीज नहीं
उठा रहा है
आभारी रहेगा
जिंदगी भर
अगर आपके
दिमाग में भी
कोई नया आईडिया
इस मुद्दे पर
आ जा रहा है
मुफ्त में बाँटने की
बात नहीं कह रहा हूँ
सौदा देशभक्ति
का होना है
कर लेंगे कम बाकी
बाद में मिल बैठ कर
कौन किसी को
इस बात को
जनता को बताने
के लिये जा रहा है ।
अच्छा आईडिया
बदल सकता है
किसी की भी दुनिया
पर आईडिया
आये कहाँ से
प्रश्न उठ रहा हो
अगर किसी के
खाली दिमाग में
ऐसे ही समय में
तो लगता है
प्रश्न भी बेरोजगार
हो सकते है
कहीं भी मन करे
उठ खड़े भी
हो सकते हैं
इसलिये कभी कभी
पाठक के ऊपर भी
भरोसा कर ही
लेना चाहिये
कुछ बात जो
समझ में नहीं
आ रही हो
बेझिझक होकर
पूछ लेना चाहिये
अब मजाक
मत उड़ाइयेगा
अपना समझ कर
ही बताइयेगा
सोच में आ रहा है
देश भक्ति के
छोटे छोटे पैकेट
बनाकर फुटकर में
बेचने का मन
चाह रहा है
दाम बहुत ज्यादा
नहीं रखे जायेंगे
आजकल वैसे भी
एक के साथ एक
फ्री लेने देने का
जमाना छा रहा है
अब किसी एक को
तो लेनी ही
पड़ेगी सारे देश में
ऐजैंसियाँ बाटने
की जिम्मेदारी
किससे सौदा
किया जाये
बस यही समझ
में नहीं आ पा रहा है
रोज लाता है ‘उलूक’
कौड़ी बेकार की
आज भी कोई
नई चीज नहीं
उठा रहा है
आभारी रहेगा
जिंदगी भर
अगर आपके
दिमाग में भी
कोई नया आईडिया
इस मुद्दे पर
आ जा रहा है
मुफ्त में बाँटने की
बात नहीं कह रहा हूँ
सौदा देशभक्ति
का होना है
कर लेंगे कम बाकी
बाद में मिल बैठ कर
कौन किसी को
इस बात को
जनता को बताने
के लिये जा रहा है ।
वाह! कमाल का आईडिया...
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ अमृता जी ।
हटाएंअच्छा आईडिया
जवाब देंहटाएंबदल सकता है
किसी की भी दुनिया
पर आईडिया
आये कहाँ से
बहुत सुंदर प्रस्तुति ...!
RECENT POST आम बस तुम आम हो
आभार धीरेंद्र जी ।
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति.....
जवाब देंहटाएंआभार रीना जी ।
हटाएंसुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंदर्शन बहुत दिनो के बाद दर्शन हुऐ ? आभार ।
हटाएंबहुत सटीक व्यंग्य.
जवाब देंहटाएंआभार राजीव !
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (11-05-2014) को ''ये प्यारा सा रिश्ता'' (चर्चा मंच 1609) में अद्यतन लिंक पर भी है!
--
मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आभार शास्त्री जी ।
हटाएंबहुत बढ़िया कटाक्ष किया है :)
जवाब देंहटाएंआभार सुमन जी ।
हटाएं-सुंदर रचना...
जवाब देंहटाएंआपने लिखा....
मैंने भी पढ़ा...
हमारा प्रयास हैं कि इसे सभी पढ़ें...
इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना...
दिनांक 12/05/ 2014 की
नयी पुरानी हलचल [हिंदी ब्लौग का एकमंच] पर कुछ पंखतियों के साथ लिंक की जा रही है...
आप भी आना...औरों को बतलाना...हलचल में और भी बहुत कुछ है...
हलचल में सभी का स्वागत है...
आभारी हूँ कुलदीप ।
हटाएंमध्य प्रदेश की एजेंसी यह खाकसार लेने को तैयार है! कमीशन कम ज्यादा चल जाएगा...
जवाब देंहटाएंजी मुझे मालूम था कोई ऐसा जैसा ही कर पायेगा । नाक वालों को भी बोला जा सकता है वैसे कैसा रहेगा बताइयेगा । आभारी हूँ आप आये ।
हटाएंवाह जी वाह ...कमाल है
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ अँजू जी ।
हटाएं