उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

अह्म ब्रह्मास्मि लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
अह्म ब्रह्मास्मि लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
रविवार, 20 अगस्त 2017

आसपास कुछ ईश्वरीय होने का अहसास

›
सूक्ष्म मध्यम महत दिव्य अलौकिक या और भी कई प्रकार के आभास कराते अपने ही आसपास के कार्यकलाप आसानी से जैसे खेल खेल में समझाते सर्वशक्तिमान...
1 टिप्पणी:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
मेरी फ़ोटो
सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.