उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

आघे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
आघे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
रविवार, 15 फ़रवरी 2015

पन्नों के पहले पन्ने पन्नों के बाद पन्ने

›
कुछ काले सफेद पन्ने  कुछ खाली सफेद पन्ने पन्नो से उलझते पन्ने  पन्नो से निबटते पन्ने एक दो से शुरु होकर  एक हजार होते पन्ने किसने गिनने हैं ...
9 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
मेरी फ़ोटो
सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.