उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

आधा लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
आधा लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 14 जून 2022

फिर से एक आधी बकवास पूरे महीने के आधे में ही सही कुछ तो खाँस

›
  शर्म एक शब्द ही तो है मतलब उसका भी है कुछ तब भी और आधा सच होने मे कोई शर्म नहीं होनी चाहिये होती भी नहीं है पूर्णता किसे मिलती है?  हाँ फख...
28 टिप्‍पणियां:
बुधवार, 26 अगस्त 2015

दे भी दे बचा आधा भी बचा कर कहाँ ले जायेगा

›
आधा बचा कर क्यों रखा है पूरा बांट क्यों नहीं देता है अभी भी ज्यादा कुछ नहीं बिगड़ा है एक उधर एक इधर ही बस उखड़ा उखड़ा है नहीं बाँटेगा तो तीस...
17 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
मेरी फ़ोटो
सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.