उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

कौऐ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
कौऐ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
गुरुवार, 30 नवंबर 2023

रास्ते सब अपनी जगह हैं लोग बस कहीं नहीं जाते हैं

›
रोज के सफ़ेद पन्ने पुराने कुछ कुरेदने के दिन कभी याद आते हैं बारिश अब नहीं होती है उस तरह से बादल मगर रोज ही आते हैं फिसलने लगती है कलम हाथ...
13 टिप्‍पणियां:
बुधवार, 12 अगस्त 2020

बन्द दिमाग एक जगह गुटरगूँ करते हुऐ नजर आयेंगे अपनी सोच ले तू कहाँ जायेगा

›
  ऐ कबूतर  कौओं के बीच घिरा रहता है  काँव काँव  फिर भी नहीं सीखता है  बस अपनी  गुटुर गूँ करने में लगे रहता है  बहुत दिन  नहीं चलने वाली है  ...
20 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
मेरी फ़ोटो
सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.