उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

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शनिवार, 24 मई 2014

धुंध की आदत पड़ जाये तो साफ मौसम होना अच्छा नहीं होता है

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कुछ होता है घने कोहरे के पीछे से छुपा हुआ नजर नहीं आने का मतलब कुछ नहीं होना कभी भी नहीं होता है कोहरा हटने के बाद की तेज धूप खोल देती है स...
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शुक्रवार, 11 अप्रैल 2014

तेरे लिये कुछ नहीं उसके लिये खुशी हो रही होती है

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किसी को उड़ती हुई चीज पसंद नहीं होती है उसकी सोच में पतंगे दुकान या गोदाम में पड़ी होने तक ही अच्छी होती हैं चिड़िया कौऐ हों तब तक ही अच्छे लग...
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सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
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