उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

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मंगलवार, 19 अक्टूबर 2021

हर आदमी एक गिरोह होता है उसे भी पता होता है बस कहने में कुछ शर्माता है

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  पता कहाँ चल पाता है कब एक आदमी एक गिरोह हो जाता है लोग पूछते फिरते हैं पता उस एक आदमी का वो कहीं नहीं मिल पाता है गिरोह होना बुरी बात नही...
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सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
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