उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

बदल दो लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बदल दो लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

बदलना चाहता है कोई अगर कुछ उसके बदलने से पहले बदलने को ही बदल दो

›
इससे पहले कोई समझले क्या कह दिया है विषय ही बदल दो समय रुकता नहीं है सब जानते हैं समझते नहीं हैं मौका देखकर समय को ही बदल दो शातिर कभी खू...
1 टिप्पणी:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
मेरी फ़ोटो
सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.