उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

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शनिवार, 27 अक्टूबर 2018

घोड़ा ऐनक या होर्स ब्लाइंडर किस किस को समझ आ जाता है?

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कैसे पता करे कोई खुद कि वो होश में है या बेहोश है वहाँ जहाँ बेहोश रहने को होश का पैमाना माना जाता है आँख में चश्में लगे हो भी और  नह...
1 टिप्पणी:
शनिवार, 12 सितंबर 2009

परिचय

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कुत्ता होता मैं धोबी का छोड़ कर किसी का भी होता कहते हैं कुत्ता वफादार होता है अगर मैं कुत्ता होता तो क्या वफादार होता ? ये अलग प्रश्न है थ...
14 टिप्‍पणियां:
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सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
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