उलूक टाइम्स

"बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा " :- शौक़ बहराइची

हस्पताल लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
हस्पताल लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

लिखने लिखाने की बीमारी है कौन सा हस्पताल में बिस्तर बदलना है

›
  मालूम है कि कुछ भी कहीं भी बदला नहीं है सालभर में ना ही आगे बदलना है किसलिए तोलना है मिट्टी को हवा को पानी को रहने दे उन्हें अभी संभलना है...
13 टिप्‍पणियां:
सोमवार, 10 जून 2013

कुछ नहीं हुआ

›
कुछ नहीं हुआ  बस एक कूँची चलाना सिखाने वाले ने पेपर कटर घुमा दिया अपनी ही एक शिष्या को सुना है हस्पताल में पहुँचा दिया सुबह से खबर पर खबर च...
9 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
मेरी फ़ोटो
सुशील कुमार जोशी
Almora, Uttarakhand, India
ना कविता लिखता हूँ ना कोई छंद लिखता हूँ अपने आसपास पड़े हुऎ कुछ टाट पै पैबंद लिखता हूँ ना कवि हूँ ना लेखक हूँ ना अखबार हूँ ना ही कोई समाचार हूँ जो हो घट रहा होता है मेरे आस पास हर समय उस खबर की बक बक यहाँ पर देने को तैयार हूँ ।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.