बुधवार, 23 मई 2012

सुन्दर घड़ीसाज

चंदू वैसे हर
कोण से ऎलर्ट
नजर आता है
हर काम में
अपने को
परफेक्ट
वो बनाता है
मायूस होते
हुवे मैने
उसे कभी
भी नहीं पाया
समय के पाबंद
ने कल जब
अपनी घड़ी को
चलते हुवे
नहीं पाया
हाथ झटकते
हुवे तब थोड़ा
सा वो झल्लाया
पर आज सु
बह फिर से
आफिस में
सीटी बजाते
हुवे दाखिल हुवा
जैसे कल के दिन
उसकी सेहत
को रत्ती भर
भी कुछ
नहीं हुआ
घड़ी उसकी
उसकी अपनी
कलाई पर ही
नजर आ रही थी
पर टिक टिक
उसकी आज
एक बिल्कुल
नई कहानी
सुना रही थी
महिलाओं की 

ओर मुखातिब
हो कर भाई
ने बतलाया
सैल बदलने
घड़ी की
दुकान पर
कल शाम
जब वो आया
एक सुंदर
सुघड़
मोहतरमा
को काम
करते वहाँ पाया
घड़ी को बड़ी
नजाकत से
पेचकस से
खोल कर
उसने सैल
को जब से
अंदर को
सरकाया
जैसे जैसे
पूरा वाकया
सुनाता
चला गया
घड़ीसाज
के काम का
वो कायल
होता गया
चलती है
या रुकी है
अब नहीं
देखने वाला है
अपने घर की
सारी घड़ियों
के सैल एक
एक करके
बदलने वाला है
महिलायें अभी
तक चुपचाप
चंदू को सुनती
जा रही थी
बस थोड़ा
थोड़ा बीच
बीच में कभी
मुस्कुरा रही थी
बोली इस से
पहले हमारे
पतिदेव लोग
दुकान का
पता चला लेंगे
हम लोग भी
अपने घर की
सारी घड़ियों
के सारे सैल
आज ही
जा कर के
बदलवा
डालेंगे ।

7 टिप्‍पणियां:

  1. डाला सेल या दिल दिया, बीच घडी के डाल |
    टाइम से आकर करे, इकदम नया बवाल |

    इकदम नया बवाल, पती सब खेले खाए |
    पा पत्नी से काम, काम में मगन सिधाए |

    रविकर नेक सलाह, डाल जा हेरिसन-ताला |
    कर ले यार विवाह, साज के भेजो डाला ||

    जवाब देंहटाएं
  2. भाई साहब यहाँ तो मुद्दा सिर्फ घड़ियों के सेल बदलवाने तक महदूद है .हम तो एक मर्तबा अपने और भी दांत निकल वाने को तैयार हो गए थे स्मोकिंग(निकोटिन ) हमारे जबड़े हजम कर चुकी है .कोई न कोई दांत निकलवाना ही पड़ा है गत दशक में .खोखले जो हो चुके हैं .रूट केनाल थिरेपी सबको बचा नहीं सकी है .किस्सा डेंटल कोलिज रोहतक का है .बला की खूबसूरत थी वह हसीना ,पास लाके सीना बड़े करीने से नेह स्पर्श से अपना काम करती थी .वह छूअन जादुई थी जब तक किसी और दांत ने मुंह का साथ छोड़ने की दस्तक दी वह जा चुकी थी .बढ़िया और सूक्ष्म व्यंग्य विनोद मानसिक कुन्हासा आपने उकेरा है .बधाई . कृपया यहाँ भी पधारें -
    ram ram bhai
    मंगलवार, 22 मई 2012
    :रेड मीट और मख्खन डट के खाओ अल्जाइ -मर्स का जोखिम बढ़ाओ
    http://veerubhai1947.blogspot.in/
    और यहाँ भी -
    स्वागत बिधान बरुआ :आमंत्रित करता है लोकमान्य तिलक महापालिका सर्व -साधारण रुग्णालय शीयन ,मुंबई ,बिधान बरुआ साहब को जो अपनी सेक्स चेंज सर्जरी के लिए पैसे की तंगी से जूझ रहें हैं .
    http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/

    जवाब देंहटाएं
  3. भाई साहब टिपण्णी हमारी स्पैम में जा रही है .कृपया स्पैम बोक्स से निकालें .दो मर्तबा गायब हो चुकी है .यहाँ मामला सेल तक सीमित है हम तो बत्तीसी निकलवाने पहुँच गए थे लेकिन साहब वह सौन्दर्य कथा (रिचा )जा चुकी थी बदली होके डेंटल कोलिज से .जिसका हाथ का स्पर्श दन्त पीड़ा हर लेता था .जम्हूर(ज़म्भूर ,दांत को पुल करने वाला औज़ार ) गुलाब हो जाता था . कृपया यहाँ भी पधारें -
    ram ram bhai
    मंगलवार, 22 मई 2012
    :रेड मीट और मख्खन डट के खाओ अल्जाइ -मर्स का जोखिम बढ़ाओ
    http://veerubhai1947.blogspot.in/
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    http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर!
    ऐसा ही एक घड़ीसाज हमारा भी मित्र था!

    जवाब देंहटाएं
  5. मित्रों चर्चा मंच के, देखो पन्ने खोल |

    आओ धक्का मार के, महंगा है पेट्रोल ||

    --

    शुक्रवारीय चर्चा मंच

    जवाब देंहटाएं