शनिवार, 19 जनवरी 2013

साँप जी साँप

नमस्कार !
साँप जी
आप कुछ भी
नहीं करते
फिर भी
आप बदनाम
क्यों हो जाते हो
पूछते क्यों नहीं
अपने सांपो से कि
साँप  साँप से
मिलकर साँपों की
दुनियाँ  आप क्यों
कर नहीं बसाते हो
डरता हुआ
कोई भी कहीं
नहीं दिखता
सबके अपने
अपने  काम
समय पर
हो जाते हैं
मेरे घर का साँप
मेरे मौहल्ले का साँप
मेरे जिले और
मेरे प्रदेश का साँप
हर साँप का
कोई ना
कोई साँप
जिंदा साँप
मरा हुआ साँप
सभी सांप
ढूँड  ढूँड कर
कोई ना कोई साँप
ले ही आते हैं
साँप अगर घूमने
को जाता है
कम से  कम एक
साँप को निगरानी
करने को जरूर
छोड़ जाता है
साँपो की जाति
साँपों की श्रैणी
की  साँप लोग कहाँ
परवाह  करते हैं
हर साँप दूसरे साँप
के जहर की दूध
से पूजा करते हैं
कभी भी अखबार में
साँप का साँप के द्वारा
सफाया किया गया
खबर नहीं आती
शहर के साँप की
अखबार के सांप
के द्वारा फोटो
जरूर ही है
दी जाती
अखबार के साँप
की जय जयकार है
जो साँप की सोच के
साथ दोस्ती
जरूर है निभाती
साँप को पत्थर में भी
लेकिन नेवला
हमेशा नजर आता है
साँप गुलाब के फूल को
देख कर भी घबराता है
साँप नहीं बन रहा है
प्रधानमंत्री सोच
सोच कर साँप
बहुत रोता जाता है
नेवला भी उसको
ढाँढस जरूर
बंधाता है
किसी को इस बात में
कोई अचरज नजर
नहीं आता है
ना तेरे ना मेरे
बाप का कहीं कुछ
जाता है
लाईक तभी
करना जब
लगे तेरे को
भेजे में तेरे
मेरे भेजे की
तरह गोबर
कहीँ भी थोड़ा
नजर आता है।

8 टिप्‍पणियां:

  1. कहाँ गये थे आप जी, हांफ हांफ कर साँप ।

    देख देख के सांप को, रविकर रस्ता नाप ।

    रविकर रस्ता नाप, सांप से बहुत डरे है ।

    कहते हैं कुछ मित्र, यहाँ भी बड़े भरे हैं ।

    लेकिन जहर विहीन, जान के इनके लाले ।

    रहे नेवले देख, बनाते इन्हें निवाले ।।

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    आपकी पोस्रट के लिंक की चर्चा आज रविवार (20-01-2013) के चर्चा मंच-1130 (आप भी रस्मी टिप्पणी करते हैं...!) पर भी होगी!
    सूचनार्थ... सादर!

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  3. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।।

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  4. अरे वाह :-) क्या बात हैँ सांप जी उल्लु ने नजर मारी ।
    computer-world4.blogspot.com

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  5. समाज के सांपो के सुंदर चित्रण करने का सुंदर भाव।

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  6. सर जी प्रणाम बहुत दिनों के बाद रचना पढ़ने को मिली है और बहुत बढ़िया भी है हार्दिक बधाई स्वीकारें.

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  7. समाज में छिपे साँपों कि रचना के माध्यम से सुन्दर
    चित्रण,,,,

    recent post : बस्तर-बाला,,,

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  8. समाज का सर्पिकरण या सर्प का समाजीकरण क्या कहें इस रूपक को आप ही बताएं उलूकजी महाराज .

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