शुक्रवार, 13 सितंबर 2013

यशोदा मैया है मेरी हिंंदी


मैया यशोदा
इंटेलिजेंट है
उसे मालूम
है ये बात
कि कन्हैया
गॉड का ही
एक ऐजेंट है
उस को
सब पता है
कैसे कन्हैया
को हैंडल
करना है
कहती कुछ
नहीं है बस
एक इशारा भर
कर जाती है
नॉटी बॉय को
रास्ते पर
ले आती है
कन्हैया एक
नहीं हजार
होते हैं
मैया यशोदा
के लिये
कोई प्रॉब्लम
नहीं होते हैं
जन्म नहीं
भी उसकी
कोख से
लेते हैं
तब भी
इतना उस
पर डिपेंडेंट
होते हैं
जैसे एक
बॉस और
एक सरवेंट
होते हैं
हिंदी दिवस
पर ये बात
समझ में
बहुत अच्छी
तरह आ
जाती है
किस तरह
हिंदी हमारी
मैया यशोदा
हो जाती है
दुनियाँ की
सारी भाषाओं
के शब्दों को
आत्मसात
कर ले
जाती है
कोई भी
भाषा इतनी
मैया यशोदा
कहां हो
पाती है
जितना मेरी
हिंदी अपने
को बना
ले जाती है
किसी को
नहीं बता
सकता ये
बात मैं भी
मुझसे भी तो
मैया यशोदा
इसी तरह से
कविता एक
लिखवाती हैं
और
हिंदी दिवस
मनाती हैं ।

11 टिप्‍पणियां:

  1. आपने लिखा....हमने पढ़ा....
    और लोग भी पढ़ें; ...इसलिए शनिवार 14/09/2013 को
    http://nayi-purani-halchal.blogspot.in
    पर लिंक की जाएगी.... आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
    लिंक में आपका स्वागत है ..........धन्यवाद!

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  2. क्या बात है भाई जी-
    बढ़िया -
    शुभकामनायें-

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी का लिंक कल शनिवार (14-09-2013) को "यशोदा मैया है मेरी हिँदी" (चर्चा मंचः अंक-1368)... पर भी होगा!
    हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  4. बहुत ही सुन्दर बेहतरीन प्रस्तुती,धन्यबाद।

    जवाब देंहटाएं
  5. पहर वसन अंगरेजिया ,हिंदी करे विलाप ,

    अब अंग्रेजी सिमरनी जपिए प्रभुजी आप।

    पहर वसन अंगरेजिया उछले हिंदी गात ,

    नांच बलिए नांच ,देदे सबकू मात।

    जवाब देंहटाएं
  6. पहर वसन अंगरेजिया ,हिंदी करे विलाप ,

    अब अंग्रेजी सिमरनी जपिए प्रभुजी आप।

    पहर वसन अंगरेजिया उछले हिंदी गात ,

    नांच बलिए नांच ,देदे सबकू मात।

    अब अंग्रेजी हो गया हिंदी का सब गात ,

    अपनी हद कू भूलता देखो मानुस जात।

    जवाब देंहटाएं