क्या हुवा
भाई
काहे
बौरा रहे हो
खच्चड़
हो गया
किसे
सुना रहे हो?
साहब को
खच्चर
कैसे
बता रहे हो?
परीक्षक
तो आते
ही रहते हैं
परीक्षा
भी हर
साल की
तरह ही
तो करा
रहे हो
अब चार
सितारे
ही तो
दिये गये हैं
यूजीसी/नाक
के द्वारा आपको
फिर पाँच
सितारा
फैसिलिटी
अतिथि गृह में
क्यों चाह रहे हो
माना की
अतिथि का
सत्कार करना
हमारा धर्म है
पर उसे भी
क्या नहीं
करना चाहिये
कुछ कर्म है
आते ही
शुरु हो
जाता है
चाय चाय
चिल्लाता है
पत्ती दूध
अपने साथ
लेकर
क्यों नहीं
वो आता है
कुछ
देर बाद
चादर
को लेकर
चिल्लायेगा
हल्की तो
होती है
अपने साथ
फिर भी
लेकर
नहीं आयेगा
नाश्ता
खाना पानी
पर ध्यान
फिर लगायेगा
पढ़ाई लिखाई
की बात
करने के
लिये आया है
वो क्या उसका चाचा
करके यहाँ जायेगा
अरे
पूरा देश जब
भगवान के
भरोसे
चलाया
जा रहा है
तो आप
लोगों का
विश्वास
उसपर से
क्यों उठा
जा रहा है
भगवान के
मंदिर वंदिर
घुमा के
ले आओ
विद्यालय
अतिथि गृह को
ताजमहल होटल
बनाने के सपने
मत बनाओ
जाओ
ठंडे हो
जाओ
दिमाग
मत खाओ।
भाई
काहे
बौरा रहे हो
खच्चड़
हो गया
किसे
सुना रहे हो?
साहब को
खच्चर
कैसे
बता रहे हो?
परीक्षक
तो आते
ही रहते हैं
परीक्षा
भी हर
साल की
तरह ही
तो करा
रहे हो
अब चार
सितारे
ही तो
दिये गये हैं
यूजीसी/नाक
के द्वारा आपको
फिर पाँच
सितारा
फैसिलिटी
अतिथि गृह में
क्यों चाह रहे हो
माना की
अतिथि का
सत्कार करना
हमारा धर्म है
पर उसे भी
क्या नहीं
करना चाहिये
कुछ कर्म है
आते ही
शुरु हो
जाता है
चाय चाय
चिल्लाता है
पत्ती दूध
अपने साथ
लेकर
क्यों नहीं
वो आता है
कुछ
देर बाद
चादर
को लेकर
चिल्लायेगा
हल्की तो
होती है
अपने साथ
फिर भी
लेकर
नहीं आयेगा
नाश्ता
खाना पानी
पर ध्यान
फिर लगायेगा
पढ़ाई लिखाई
की बात
करने के
लिये आया है
वो क्या उसका चाचा
करके यहाँ जायेगा
अरे
पूरा देश जब
भगवान के
भरोसे
चलाया
जा रहा है
तो आप
लोगों का
विश्वास
उसपर से
क्यों उठा
जा रहा है
भगवान के
मंदिर वंदिर
घुमा के
ले आओ
विद्यालय
अतिथि गृह को
ताजमहल होटल
बनाने के सपने
मत बनाओ
जाओ
ठंडे हो
जाओ
दिमाग
मत खाओ।
घर में बासी चाव से, चाबेगा इन्सान ।
जवाब देंहटाएंबिना दूध की चाय भी, पीता अमृत जान ।
पीता अमृत जान, नारियल वाली खटिया ।
सोता चद्दर तान, मगर बाहर गिट-पिटिया ।
बन जाता भगवान्, पहुँच जाता जो काशी ।
लेना कम एक्जाम, चाहता बढ़िया राशी ।।
मेहमान अब भगवान नहीं,अभिशाप बन गए हैं,
जवाब देंहटाएंहम कितना बदल गए हैं ?
बुधवारीय चर्चा मंच पर है
जवाब देंहटाएंआप की उत्कृष्ट प्रस्तुति ।
charchamanch.blogspot.com