उलूक टाइम्स

सोमवार, 30 दिसंबर 2019

शतक पूरा हुआ खींच तान कर आज किसी तरह इस साल की बकवासों का


पूरा हुआ
खाता
बही

आज और अभी

इस
साल की

कुछ
चुनी हुयी
बकवासों
का

सभी
नहीं भी
कही
गयी

कुछ
अनछुयी
रह ही
गयी

 फिर भी
बन गया
खींच तान
कर

किसी तरह

शतक
थके थकाये
अहसासों
का

समझे
गये
कुछ लोग

समझाये
गये
कुछ लोग

लिखे
लिखाये
में
दिखा

सैलाब
उमड़ते
जज्बातों
का

चित
हुआ करते थे
सिक्के
का

जिसकी
नजरों में

कभी
पुराने
सालों में

पट हो गये
इस साल

जवाब
भी
उनके
ही रहे

बिना
सिक्का
उछाले गये

चित पट
पर
पूछे गये
सवालातों
का

आभार
दिया

‘उलूक’ भी

कुछ भी
में से

कुछ कुछ
समझ लिये

जैसे

नजर
आने वाले
पाठकों की

भलमनसाहतों
का

इन्तजार
करता हुआ

फिर से
रात के
अंधेरे में

खुलने का

सभी
रोशनी
बन्द
किये हुऐ

कुछ
खुदाओं
के
हवालातों
का ।

चित्र साभार: https://www.clipartkey.com/