रोज कुछ कहने को
जरूरी नहीं बनायेगा
भौंपू आज बिल्कुल
नहीं बजाया जायेगा
किसी पर भी उंगली
आज नहीं उठायेगा
'उलूक' आज कोई
गाना नहीं सुनायेगा
आँख बंद रखेगा
और
सीटियां बजायेगा
रविवार है
मौन रखेगा
शांति से
छुट्टी मनायेगा
'चर्चामंच' वालो से
निवेदन किया जायेगा
कोई इस बात की चर्चा
भी वहां नहीं करायेगा
'रविकर' को भी
पता नहीं चलने
दिया जायेगा
देखते हैं आज कैसे
दिल्लगी कर पायेगा
सोमवार से शनिवार
पता रहता है
कोई यहां
देखने नहीं आयेगा
रविवार को कम से कम
बेवकूफ नहीं बन पायेगा
'ऊँ शाँति ऊँ शाँति
शाँति शाँति ऊँ'
वाला कैसेट बजा के
सबको सुनाया जायेगा
एक दिन के लिये
ब्लाग 'उलूक टाईम्स'
में ताला 'हैरीसन' का
लगाया ही जायेगा।
जरूरी नहीं बनायेगा
भौंपू आज बिल्कुल
नहीं बजाया जायेगा
किसी पर भी उंगली
आज नहीं उठायेगा
'उलूक' आज कोई
गाना नहीं सुनायेगा
आँख बंद रखेगा
और
सीटियां बजायेगा
रविवार है
मौन रखेगा
शांति से
छुट्टी मनायेगा
'चर्चामंच' वालो से
निवेदन किया जायेगा
कोई इस बात की चर्चा
भी वहां नहीं करायेगा
'रविकर' को भी
पता नहीं चलने
दिया जायेगा
देखते हैं आज कैसे
दिल्लगी कर पायेगा
सोमवार से शनिवार
पता रहता है
कोई यहां
देखने नहीं आयेगा
रविवार को कम से कम
बेवकूफ नहीं बन पायेगा
'ऊँ शाँति ऊँ शाँति
शाँति शाँति ऊँ'
वाला कैसेट बजा के
सबको सुनाया जायेगा
एक दिन के लिये
ब्लाग 'उलूक टाईम्स'
में ताला 'हैरीसन' का
लगाया ही जायेगा।
:)
जवाब देंहटाएंसुंदर!
अलीगढ़ी ताला लगे, चाहे चुनो दिवार ।
जवाब देंहटाएंरविकर के परवेश हित, काफी एक दरार ।
काफी एक दरार, लगा खिड़की दरवाजा ।
काले परदे साज, सुनेगा गाना बाजा ।
माना है रविवार, मगर ना करो बवाला ।
हम है पक्के यार, तोड़कर आयें ताला ।।
हमने तो कल ही सारा काम निबटा लिया था!
जवाब देंहटाएंआज फिर एक से गिनना शुरू किया है।