एक खुश चेहरे को देख कर
एक चेहरे का बुझ जाना
एक बुझे चेहरे का
एक बुझे चेहरे पर खुशी ले आना
एक चेहरे का बदल लेना चेहरा
चेहरे के साथ
बता देता है चेहरा मौन नहीं होता है
चेहरा भी कर लेता है बात
चेहरे दर चेहरे
चेहरों से गुजरते हुऐ चेहरे
माहिर हो जाते हैं समय के साथ
कोशिश कोई चेहरा नहीं करता है
कोशिश कोई चेहरा नहीं करता है
जरूरत भी नहीं होती है
चेहरा कोई नहीं पढ़ता है
कोई किताब जो क्या होती है
चेहरे काले भी होते हैं चेहरे सफेद भी होते हैं
बहुत बहुत लम्बे समय तक साथ साथ भी रहते हैं
चेहरे कब चेहरे बदल लेते हैं
चेहरे चेहरे से बस यही तो कभी नहीं कहते हैं
चेहरे चेहरों के कभी नहीं होते हैं ।
चित्र साभार: https://pngtree.com/
आपकी लिखी रचना शनिवार 31 मई 2014 को लिंक की जाएगी...............
जवाब देंहटाएंhttp://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
एक चेहरे
जवाब देंहटाएंपे कई
चेहरा
लगा लेते
हैं लोग
सादर...
बढ़िया सटीक लेखन , सर धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंI.A.S.I.H - ब्लॉग ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
बहुत सुंदर सटीक..
जवाब देंहटाएंचेहरे पर लगे होते हैं मुखौटे असली कब आता है नज़र
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (31-05-2014) को "पीर पिघलती है" (चर्चा मंच-1629) पर भी होगी!
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सार्थक अभिव्यक्ति |उम्दा रचना है |
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंनयी पोस्ट@बधाई/उफ़ ! ये समाचार चैनल
नयी पोस्ट@बड़ी दूर से आये हैं