उलूक टाइम्स: फिलम
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सोमवार, 4 अगस्त 2025

फिलम साधू साधू -दो


 पिछला 
साधू साधू 
अभी कोई समझ नहीं पाया 
तू दूसरा एपिसोड 
साधू साधू का ले कर के क्यों आया 

तेरा
कुछ नहीं हो सकता है कालिये 
कुछ भी लिखने की आदत से 
बता रहे हैं
हजूर 
खुद को निकालिए 

आज खबर में
एक साधू दिख रहा है 
सारा मीडिया साधू के खिलाफ 
लिखा लिखाया कुछ बक रहा है 

जनता को वैसे भी 
कुछ समझ में नहीं आता है 
उसे तो बस वोट देते समय 
एक दाड़ी वाला साधू
सामने से नजर आता है 

लिखना सबको आता है 
कोई कहानी लिखता है 
कोई एक अपने  लिखे  कूड़े को 
कविता है बताता है 

कौन पढ़ने आता है कौन नहीं आता है 
पेज हिट गजब की चीज होती है 
बकवासी के लाखों हो गए होते हैं 
वो बताने में इतराता है 

एक कथावाचक की कहानी 
टी वी आज चला रहा है 
जनता रस ले रही है 
सबको मजा आ रहा है 

जय श्री राम वाले 
जय श्री राधे जय श्री कृष्णा 
अब सुना रहे हैं 
दाड़ी बाबा को नई कहानी सुना रहे हैं 

बकवासी 
बकवास करने से बाज नहीं आ रहा है 
अंधा रात का 
दिन की कहानी 
यहां किसलिए लेकर के आ रहा है 

बूझिए कभी 
लिखने पढ़ने में कौन सा जो हो जा रहा है 
‘उलूक’ भी
बकने से कौन सा बाज आ रहा है  

चित्र साभार:
https://www.dreamstime.com/

शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

जी डी पी और पी पी पी में कितने पी बस गिने कितने हैं मगर किसी को ना बतायें



कुछ
चुटकुले

अगर
समझ में
ना भी आयें

खुल के
खिलखिला के

अगर
हँस
ना भी पायें

कोशिश
कर लें
थोड़ा सा

बिना
बात भी
कभी यूँ ही
मुस्कुरा
जायें 

किस लिये
समझनी
हर बात
अपने
आस पास की

कुछ
हट के
माहौल
भी

जरा जरा
मरा मरा
छोड़ कर

बनाने
को
कहीं चले जायें

कविता कहानी
गजल शेर के
मज़मून
भरे पड़े हैं

जब
फिजाँ में हर तरफ

किसलिये
बेकार में

उलझे हुऐ से
विषय
कबाड़ से
उठा उठा कर
ले आयें

मजबूत हैं
खम्बें
पुलों के
मान कर

उफनती
नदी में
उछलती
नावों में
अफीम ले के
थोड़ी सी

हो सके
तो
सो जायें

खबर
मान लें
बेकार सी
फिसली हुई
‘उलूक’
के
झोले के छेदों से

जी डी पी
पी पी पी
जैसी
अफवाहों को

सपने देखें
खूबसूरत
से
दिन के
चाँद और तारों के

 बॉक्स आफिस
में
हिट होगी
फिर से
फिलम
पड़ोसी के
घर में लगी आग
की
अगले पाँच सालों
में एक बार

जल जला
कर
हो गया होगा
राख

मान लें 

शोर कर
ढोल
और
नगाड़ों का
इतना

कि
पूछने का
रोग लगे
रोगी

किसी से

क्या हुआ
कैसे हुआ
और
कब हुआ

पूछ ही
ना पायें।
चित्र साभार: https://www.cleanpng.com

सोमवार, 29 दिसंबर 2014

पी के जा रहा है और पी के देख के आ रहा है

अरे ओ मेरे
भगवान जी
तुम्हारा मजाक
उड़ाया जा रहा है
आदमी पी के जैसी
फिलम बना रहा है
जनता देख रही है
मारा मारी के साथ
बाक्स आफिस का
झंडा उठाया
जा रहा है
ये बात हो रही थी
भगवान अल्ला
ईसा और भी
कई कई
कईयों के देवताओं
के सेमिनार में
कहीं स्वरग
या नरक या
कोई ऐसी ही जगह
जिसका टी वी
कहीं भी नहीं
दिखाया जा रहा है
एक देवता भाई
दूसरे देवता को
देख कर
मुस्कुरा रहा है
समझा रहा है
देख लो जैसे
आदमी के कुत्ते
लड़ा करते हैं
आपस में पूँछ
उठा उठा कर
बाल खड़े
कर कर के
कोई नहीं
कह पाता है
आदमी उनको
लड़ा रहा है
तुमने आदमी को
आदमी से
लड़वा दिया
कुत्तों की तरह
पूरे देश का
टी वी दिखा रहा है
भगवान जी
क्या मजा है
आप के इस खेल में
आपकी फोटो को
बचाने के लिये
आदमी आदमी
को खा रहा है
आप के खेल
आप जाने भगवान जी
हम अल्ला जी के साथ
ईसा जी को लेकर
कहीं और किसी देश में
कोई इसी तरह की
फिलम बनाने जा रहे हैं
बता कर जा रहे हैं
फिर ना कहना
भगवान जी का
कापी राईट है
और किसी और का
कोई और भगवान
उसकी नकल बना कर
मजा लेने जा रहा है ।

चित्र साभार: galleryhip.com