हमाम
के
अंदर रहता है
अपने
खुद के
पहने हुऐ
कपड़ों को
देख कर
परेशान होता है
दो चार
जानवरों
के बारे में
बात
बात
कर पाता है
जिसमें
एक गधा
एक लोमड़ी
या
या
एक कुत्ता होता है
सब होते हैं
जहाँ
वहाँ
खुद मौजूद
खुद मौजूद
नहीं होता है
इंसानों
के बीच
एक गधे को
और
गधों के बीच
गधों के बीच
एक इंसान
का रहना
का रहना
एक
अकेले के लिये
अच्छा
नहीं होता है
नहीं होता है
ढूंंढ लेते हैं
अपनी
शक्ल से
मिलती
मिलती
शक्लें
लोग
हमेशा ही
लोग
हमेशा ही
इस
सब के लिये
आईना
किसी के
किसी के
पास होना
जरूरी
जरूरी
नहीं होता है
इज्जत उतारने
के लिये
कुछ
कुछ
कह दिया जाये
किसी से
किसी
किताब में
कहीं कुछ
ऐसा
ऐसा
लिखा
भी
भी
नहीं होता है
अपने
कपड़े तेरे
खुद के ही हैं
‘उलूक’
नंगों के
बीच जाता है
जिस समय
कुछ
देर के लिये
उतार
क्यों
क्यों
नहीं देता है ?
चित्र साभार: imageenvision.com