गिरोह
गिरोह की
बात करें
देखें
समझें
एक दूसरे को
आदाब करें
किसने
रोका है
खामखा
अकेले
चने को
भीड़ की
खबरें
दिखा कर
उसकी
शामें तो
ना बरबाद करें
माना कि
जमीन से
कुछ उठाने
के लिये
झुकना बहुत
जरूरी है
मिल कर झुकें
हाथ में हाथ
डाल कर झुकें
उठा लें
सारा
सब कुछ
मिल बाँट कर
मिट्टियाँ
अपने अपने
खेतों के नाम करें
सर उठा
कर जीने दें
एक दो पैर पर
खड़े इन्सान को
काट लें
बहुत जरूरी हो
सर कलम का
अगर मजबूरी हो
अपनी
खुद की
आँखों में
किसी
के शर्मसार
होने का ना
इन्तजाम करें
आपका
पन्ना है
आपके
दोस्त हैं
जो
करना है करें
कल्तेआम करें
जो
नहीं चाहता है
शामिल होना
गिरोहों के
जलसों
की खबरों में
उसके
पन्नों में
ले जा जाकर
खबरें अपनी
विज्ञापन
अपने अपने
धन्धों के
ना सरे आम करें
‘उलूक’
की आदत है
दिन के अंधेरे में
नहीं देखने के
बहाने लिखना
लिखने दें
भाड़ नहीं
फोड़ सकने
की खिसियाहट
उसे भी थोड़ी
मिल जुल कर
करें चीर हरण
खबर
अर्जुन ने
किया
बलात्कार
या फिर
कन्हैया
के ही
नाम करें।
चित्र साभार: Chatelaine
गिरोह की
बात करें
देखें
समझें
एक दूसरे को
आदाब करें
किसने
रोका है
खामखा
अकेले
चने को
भीड़ की
खबरें
दिखा कर
उसकी
शामें तो
ना बरबाद करें
माना कि
जमीन से
कुछ उठाने
के लिये
झुकना बहुत
जरूरी है
मिल कर झुकें
हाथ में हाथ
डाल कर झुकें
उठा लें
सारा
सब कुछ
मिल बाँट कर
मिट्टियाँ
अपने अपने
खेतों के नाम करें
सर उठा
कर जीने दें
एक दो पैर पर
खड़े इन्सान को
काट लें
बहुत जरूरी हो
सर कलम का
अगर मजबूरी हो
अपनी
खुद की
आँखों में
किसी
के शर्मसार
होने का ना
इन्तजाम करें
आपका
पन्ना है
आपके
दोस्त हैं
जो
करना है करें
कल्तेआम करें
जो
नहीं चाहता है
शामिल होना
गिरोहों के
जलसों
की खबरों में
उसके
पन्नों में
ले जा जाकर
खबरें अपनी
विज्ञापन
अपने अपने
धन्धों के
ना सरे आम करें
‘उलूक’
की आदत है
दिन के अंधेरे में
नहीं देखने के
बहाने लिखना
लिखने दें
भाड़ नहीं
फोड़ सकने
की खिसियाहट
उसे भी थोड़ी
मिल जुल कर
करें चीर हरण
खबर
अर्जुन ने
किया
बलात्कार
या फिर
कन्हैया
के ही
नाम करें।
चित्र साभार: Chatelaine