उलूक टाइम्स

सोमवार, 14 मई 2018

दस टिप्पणी और एक सौ से ऊपर पेज हिट होना बहुत होता है

होता है
एक नहीं
कई बार
होता है

कुछ पर
लिखने
के लिये
कुछ भी
नहीं होता है

तो मत लिख

लिखने की
बीमारी का
इलाज सुना है

हकीम
लुक मान
के पास भी
नहीं होता है

किस ने
कहाँ लिखा है
लिखना
इतना भी
जरूरी होता है

पीछे
का लिखा
पीछे
चला गया
होता है

आगे देख
लिया कर
उधर
बहुत कुछ
होने वाला
होता है

सावन
पर ही
लिख दे कुछ
हर साल
आता है
इस बार
नहीं आयेगा
सोचना ही
नहीं होता है

सावन से
पहले अंधा
हो लेने से
सब कुछ
पहले ही
हरा हो जाये
ऐसा भी
नहीं होता है

अपनी गाय
अपनी होती है

गोबर
कोई उठा ले जाये
जरूरत के अनुसार
ही उठाना होता है

मत का दान
दान करने तक
ही छुपाना होता है

उसके बाद
पागलों के
उन्माद का मेला
हर जगह होता है

पढ़ा होता है
या नहीं
पढ़ा होता है

अनपढ़ के
फैसलों पर
यू पी एस सी
तक टिका होता है

यू जी सी
के फैसले
इण्टर पास
को ले ले ने का
बहुत बड़ा
हौसला होता है

शेर लिखने
लिखाने की
कक्षा के
मास्टर के
पास हड़काने
का लाइसेंस
होता है

‘उलूक’
की बकवास
विद्वानों
के बीच
फंस जाती
है हमेशा

बहुत
दर्द होता है
डूब मरने का
बस हौसला
नहीं होता है ।

चित्र साभार: mariafresa.ne