समझदारी
समझदारों
के साथ में
रहकर
समझ को
बढ़ाने की है
पकाने की है
फैलाने की है
नासमझ
कभी तो
कोशिश कर
लिया कर
समझने की
नासमझी
की दुनियाँ
आज बस
पागल हो
चुके किसी
दीवाने की है
कुछ खेलना
अच्छा होता है
सेहत के लिये
कोई भी हो
एक खेल
खेल खेल में
खेलों की
दुनियाँ में
खेलना
काफी
नहीं है
लेकिन
ज्यादा
जरूरत
किसी
अपने को
अपना
मन पसन्द
एक खेल
खिलाने
की है
जिसकी
ताजा एक
पकी हुई
खबर
कहीं भी
किसी एक
अखबार के
पीछे के
पन्ने में
ही सही
कुछ ले दे के
छपवाने की है
कौन
आ रहा है
कौन
जा रहा है
लिखना बन्द
किये हुऐ
दिनों में
बड़ी हुई
इतनी भीड़
खाली पन्नों में
सर खपाने की है
कहना
सुनना
चलता रहे
कागज का
कलम से
कलम का
दवात से
बकवास
ही तो हैं
‘उलूक’ की
कौन सा
पहेलियाँ हैंं
जो दिमाग
उलझाने की हैं ।
समझदारों
के साथ में
रहकर
समझ को
बढ़ाने की है
पकाने की है
फैलाने की है
नासमझ
कभी तो
कोशिश कर
लिया कर
समझने की
नासमझी
की दुनियाँ
आज बस
पागल हो
चुके किसी
दीवाने की है
कुछ खेलना
अच्छा होता है
सेहत के लिये
कोई भी हो
एक खेल
खेल खेल में
खेलों की
दुनियाँ में
खेलना
काफी
नहीं है
लेकिन
ज्यादा
जरूरत
किसी
अपने को
अपना
मन पसन्द
एक खेल
खिलाने
की है
जिसकी
ताजा एक
पकी हुई
खबर
कहीं भी
किसी एक
अखबार के
पीछे के
पन्ने में
ही सही
कुछ ले दे के
छपवाने की है
कौन
आ रहा है
कौन
जा रहा है
लिखना बन्द
किये हुऐ
दिनों में
बड़ी हुई
इतनी भीड़
खाली पन्नों में
सर खपाने की है
कहना
सुनना
चलता रहे
कागज का
कलम से
कलम का
दवात से
बकवास
ही तो हैं
‘उलूक’ की
कौन सा
पहेलियाँ हैंं
जो दिमाग
उलझाने की हैं ।