चोर होने की औकात है नहीं डाकू होने की सोच रहा है
तू जैसा है वैसा ही ठीक है
तेरे कुछ भी हो जाने से
यहाँ कुछ
नया जैसा नहीं हो रहा है
नया जैसा नहीं हो रहा है
थाना खोल ले
घर के किसी भी कोने में
घर के किसी भी कोने में
और सोच ले
कुर्सी पर बैठा एक थानेदार
कुर्सी पर बैठा एक थानेदार
मेज पर अपना सिर टिका कर सो रहा है
देख नहीं रहा है दूरदर्शन आज का
कुछ अनहोनी सी खबर कह रहा है
चार साल के लिये अंदर हो जाने वाली है
और ऊपर से
सौ करोड़ जमा करने का आदेश भी
न्यायालय
उसको साथ में दे रहा है
सौ करोड़ जमा करने का आदेश भी
न्यायालय
उसको साथ में दे रहा है
बेचारी को
बहुत महँगा पड़ रहा है
बहुत महँगा पड़ रहा है
दोस्त देश के बाहर गया हुआ भी
दो शब्द साँत्वना के नहीं कह रहा है
समझ में
ये नहीं आ पा रहा है कि
ये नहीं आ पा रहा है कि
पुराना घास खा गया घाघ अभी तक अंदर है
या बाहर कहीं किसी जगह अब मौज में सो रहा है
खबर ही नहीं आती है उसकी कुछ भी मालूम नहीं हो रहा है
आज कुछ कुछ
कोहरे के पीछे का मंजर
थोड़ा सा कुछ साफ जैसा हो रहा है
कोहरे के पीछे का मंजर
थोड़ा सा कुछ साफ जैसा हो रहा है
बहुत समझदार है
मध्यम वर्गीय चोर मेरे आस पास का
मध्यम वर्गीय चोर मेरे आस पास का
ये आज ही सालों साल सोचने के बाद भी बिना सोचे
बस आज और आज ही पता हो रहा है
हाथ लम्बे
होने के बाद भी
लम्बे हाथ मारने का खतरा कोई फिर भी
क्यों नहीं ले रहा है
क्यों नहीं ले रहा है
बस थोड़ा थोड़ा
खुरच कर दीवार का रंग रोगन
खुरच कर दीवार का रंग रोगन
अपने आने वाले भविष्य की संतानों के लिये
बनने वाले सपने के ताजमहल की पुताई का
बनने वाले सपने के ताजमहल की पुताई का
मजबूत जुगाड़ ही तो हो रहा है
‘उलूक’ बैचेन है
आज जो भी हो रहा है किसी के साथ
इस तरह का बहुत अच्छा जैसा तो नहीं हो रहा है
थोड़ी थोड़ी करती
रोज कुछ करती हमारी तरह करती
रोज कुछ करती हमारी तरह करती
तो पकड़ी भी नहीं जाती
शाबाशियाँ भी कई सारी मिलती
जनता रोज का रोज ताली भी साथ में बजाती
सबकी नहीं भी होती
तो भी
तो भी
दो चार शातिरों की फोटो
खबर के साथ अखबार में
खबर के साथ अखबार में
रोज ही किसी कालम में नजर आ ही जाती
दूध छोड़ कर
बस मलाई चोर कर खाने का
बस मलाई चोर कर खाने का
बिल्कुल भी अफसोस
आज जरा सा भी नहीं हो रहा है ।
चित्र साभार: http://www.canstockphoto.com/