अखबार में
फोटो आई है
सारा घर मगन है
मालिक
कभी दिखाया नहीं जाता है
घर के कुत्ते ने बहुत धूम मचाई है
घर में
भौंकता नहीं है कभी
कटखन्ने होने की मिठाई है
किसी को
कभी काटा नहीं
किसी को कभी भौंका नहीं
अपने को बचाने की कीमत मिली है
या
किसी ने कीमत चुकाई है
बजट
अभी अभी निकला है
जनता समझ नहीं पायी है
कुत्ते कुत्ते
पट्टे पट्टे
खबर किस ने पहुंचाई है
खबर
मगर लाजवाब आई है
मालिक की
खबर की जगह
एक कुत्ते की खबर
हमेशा पव्वे के सहारे
अद्धे ने पहुंचाई है
कुत्ता
घूमता रहता है शहर शहर
मालिक की आज बन आई है
कुत्ते ने
अखबार में जगह पा कर
मालिक को दी बधाई है
जय जय कार है अखबार की
गजब की खबर एक आज बना के दिखाई है
कुत्ते को पता नहीं है कुछ भी
उसने आज भी उसी तरह अपनी पूंछ हिलाई है
मालिक सोच में पड़ा है
उसकी खबर किसने क्यों और कैसे उड़वाई है
‘उलूक’
कुत्ते पाला कर
शहर में भी भेजा कर
अखबारों की जरूरत आज बदल कर
नई सोच उभर कर आई है
अच्छा करना
ठीक नहीं
कुत्ते ने कुत्ते के ऊपर भौंक कर
आज अखबार के पन्ने पर जगह पाई है ।