उलूक टाइम्स

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

जूते फटे भी रहें तब भी कुछ पालिश तो होनी ही चाहिए



अच्छी होती हैं खुशफहमियां बनी भी रहनी चाहिए
घर के आईने में धूल हमेशा जमीं ही रहनी चाहिए

गलतफहमियां भी हों थोड़ी कुछ तो होनी ही चाहिए
शेर का चित्र ही सही घर में बिल्लियाँ भी होनी चाहिए

सूरत बस चमकती ही दिखे दिखाई देनी भी चाहिए
जूते फटे भी रहें तब भी कुछ पालिश तो होनी ही चाहिए

दुकाने खोली हुई किसी की भी हों खुली रहनी भी चाहिए
जमीर हो कहीं भी रखा हुआ किस्मत धुली होनी ही चाहिये

नोचने का जज्बा जरूरी है उंगलियाँ खडी होनी भी चाहिए
नाखून हों से मतलब नहीं खबर जहरीली होनी ही चाहिए

तमन्नाऐ दिखाई दें बातों में बस तहरीर होनी भी चाहिए
कौन लिख गया किस के लिए क्या तकदीर होनी ही चाहिए

दबे होंठों में मुस्कराहट हो कुछ खिसियाहट भी होनी चाहिए
‘उलूक’ तमीज हमेशा नहीं कभी बदतमीजी सी होनी चाहिए

चित्र साभार: https://www.hiclipart.com/