खुले
दरवाजे पर
लात
मारते
ललकारते
गुस्से
से भरे
बच्चों को
पता है
उनको
जाना कहाँ हैं
फुँफकारते
हुऐ
गाली
देने के बाद
पुलिस
वाले से
मुस्कुराते हुऐ
कुछ
साँस लेने
का सा
इशारा
उनका
अपना सा है
समय
के साथ
दिशायें
पकड़ते हुऐ
भविष्य
के सिपाही
जानते हैं
अपना भविष्य
ये
नहीं करेंगे
तो
उनके लिये
फिर
बचा क्या है
पढ़ना पढ़ाना
परीक्षा दे लेना
एक
अंकपत्र
गलतियों
से भरा
हाथ में
होने से
होना क्या है
ना खायेंगे
ना खाने देंगे
से ही
ना पढ़ेगे
ना पढ़ने देंगे
प्रस्फुटित
हुआ है
समझा क्या है
पढ़ाने लिखाने
वाले
का
रास्ता भी
किताबों
कापियों से
हटकर
देश
की
बागडोर में
चिपट
लेने के
सपने में
नशा
किसी
नशे से
कम कहाँ है
कश्मीर
जरूरी है
पाकिस्तान
भी
चाहिये
जे एन यू
बनायेंगे
अब
कहना
छोड़ दियों
का
रास्ता भी
अब
बदला बदला
सा है
गफलत
में
जी रहें
कुछ शरीफ
नंगों से
घिरे हुऐ
नंगे
हो जाने के
मनसूबे लिये हुऐ
सोच रहे है
जब
कुछ
पहना ही
नहीं है
तो
गिरोह में
शामिल
हो
लेने के लिये
फिर
खोलना
क्या है
‘उलूक’
‘पाश’
के
सपनो
का
मर जाने
को
मर जाना
कहने से
भी
सपने
जरा भी
नहीं
देखने वालों
का
होना क्या है ?
दरवाजे पर
लात
मारते
ललकारते
गुस्से
से भरे
बच्चों को
पता है
उनको
जाना कहाँ हैं
फुँफकारते
हुऐ
गाली
देने के बाद
पुलिस
वाले से
मुस्कुराते हुऐ
कुछ
साँस लेने
का सा
इशारा
उनका
अपना सा है
समय
के साथ
दिशायें
पकड़ते हुऐ
भविष्य
के सिपाही
जानते हैं
अपना भविष्य
ये
नहीं करेंगे
तो
उनके लिये
फिर
बचा क्या है
पढ़ना पढ़ाना
परीक्षा दे लेना
एक
अंकपत्र
गलतियों
से भरा
हाथ में
होने से
होना क्या है
ना खायेंगे
ना खाने देंगे
से ही
ना पढ़ेगे
ना पढ़ने देंगे
प्रस्फुटित
हुआ है
समझा क्या है
पढ़ाने लिखाने
वाले
का
रास्ता भी
किताबों
कापियों से
हटकर
देश
की
बागडोर में
चिपट
लेने के
सपने में
नशा
किसी
नशे से
कम कहाँ है
कश्मीर
जरूरी है
पाकिस्तान
भी
चाहिये
जे एन यू
बनायेंगे
अब
कहना
छोड़ दियों
का
रास्ता भी
अब
बदला बदला
सा है
गफलत
में
जी रहें
कुछ शरीफ
नंगों से
घिरे हुऐ
नंगे
हो जाने के
मनसूबे लिये हुऐ
सोच रहे है
जब
कुछ
पहना ही
नहीं है
तो
गिरोह में
शामिल
हो
लेने के लिये
फिर
खोलना
क्या है
‘उलूक’
‘पाश’
के
सपनो
का
मर जाने
को
मर जाना
कहने से
भी
सपने
जरा भी
नहीं
देखने वालों
का
होना क्या है ?