भेड़िये ने
खोल ली है
आढ़त
बीमे कराने की
भेड़ें
बहुत खुश हैं अब
मरेंगी भी तो
मेमने
सड़क पर
नहीं आयेंगे
खा पी सकेंगे
बढ़ा सकेंगे खून
तब तक जब तक
शरीर के बाल उनके
बड़े नहीं हो जायेंगे
वैसे भी
भेड़िये को
कुछ नहीं
करना होता है
समझदार
भेड़िये का
एक इशारा ही
बहुत होता है
भेड़ेंं
पढ़ लिख
कर भी
अनपढ़ बनी रहें
इसका
पूरा इंतजाम
उनके पाठ्यक्रम
में ही दिया होता है
बेवकूफी
भेड़ों की
नस नस में
बसी होती है
भेड़िये
का आम
मुख्तार
होने की
हौड़ में
भेड़ें ही
भेड़ों से भिड़
रही होती हैं
इन सब में
‘उलूक’
बस
इतना ही
सोच
रहा होता है
काटने
के बाद
गर्दन
भेड़ की
किस जगह
दुनियाँ में
दूसरा कौन
ऐसा और है
जो पैसे
बीमे के
गिन रहा
होता है ।
चित्र साभार: www.canstockphoto.com
खोल ली है
आढ़त
बीमे कराने की
भेड़ें
बहुत खुश हैं अब
मरेंगी भी तो
मेमने
सड़क पर
नहीं आयेंगे
खा पी सकेंगे
बढ़ा सकेंगे खून
तब तक जब तक
शरीर के बाल उनके
बड़े नहीं हो जायेंगे
वैसे भी
भेड़िये को
कुछ नहीं
करना होता है
समझदार
भेड़िये का
एक इशारा ही
बहुत होता है
भेड़ेंं
पढ़ लिख
कर भी
अनपढ़ बनी रहें
इसका
पूरा इंतजाम
उनके पाठ्यक्रम
में ही दिया होता है
बेवकूफी
भेड़ों की
नस नस में
बसी होती है
भेड़िये
का आम
मुख्तार
होने की
हौड़ में
भेड़ें ही
भेड़ों से भिड़
रही होती हैं
इन सब में
‘उलूक’
बस
इतना ही
सोच
रहा होता है
काटने
के बाद
गर्दन
भेड़ की
किस जगह
दुनियाँ में
दूसरा कौन
ऐसा और है
जो पैसे
बीमे के
गिन रहा
होता है ।
चित्र साभार: www.canstockphoto.com