क्या क्या
लिख
दिया जाये
क्या नहीं
लिखा जाये
बहुत कुछ
दौड़ता है
जिस समय
उलझता हुआ
रगों में खून के साथ
लाल रंग से अलग
तैरता हुआ
बिना घुले कुछ
कहीं अटकता हुआ
टकराता गिरता पड़ता
पकड़ने की कोशिश में
हाथ से ही खुद के
जैसे फिसलता हुआ
क्या क्या
दिखता है
सामने से
लिखने के लिये
नहीं होने वाला
जैसा होता हुआ
उठा कर
ले गया हो
जैसे कोई
किसी का दिल
बताकर
उसे रखने के लिये कहीं
दिखाने के लिये
रखा गया हो रास्ते में
यूँ ही कहीं
रखने के लिये ही
जैसे रखा हुआ
देखता हुआ
निकलता है
दिल वाला
अपने ही दिल
को देखते हुऐ
बस
बगल से उसके
आदमी
के दिल
या दिल
किसी औरत का
होने ना होने की
उधेड़बुन में
लिखने लिखाने
की कुछ
सोचता हुआ ।
चित्र साभार: www.pinterest.com
लिख
दिया जाये
क्या नहीं
लिखा जाये
बहुत कुछ
दौड़ता है
जिस समय
उलझता हुआ
रगों में खून के साथ
लाल रंग से अलग
तैरता हुआ
बिना घुले कुछ
कहीं अटकता हुआ
टकराता गिरता पड़ता
पकड़ने की कोशिश में
हाथ से ही खुद के
जैसे फिसलता हुआ
क्या क्या
दिखता है
सामने से
लिखने के लिये
नहीं होने वाला
जैसा होता हुआ
उठा कर
ले गया हो
जैसे कोई
किसी का दिल
बताकर
उसे रखने के लिये कहीं
दिखाने के लिये
रखा गया हो रास्ते में
यूँ ही कहीं
रखने के लिये ही
जैसे रखा हुआ
देखता हुआ
निकलता है
दिल वाला
अपने ही दिल
को देखते हुऐ
बस
बगल से उसके
आदमी
के दिल
या दिल
किसी औरत का
होने ना होने की
उधेड़बुन में
लिखने लिखाने
की कुछ
सोचता हुआ ।
चित्र साभार: www.pinterest.com