उलूक टाइम्स

मंगलवार, 22 मई 2012

चप्पल और ओपन हार्ट

हृदयाघात
होने का
जैसे ही
हुवा अंदेशा

लल्लू
शहर छोड़
हार्ट केयर
सेंटर पहुंचा

ऎंजियोग्राफी
की नौबत आई

डाक्टर ने
ओपन हार्ट
सर्जरी की
राय बनाई

तुरंत ही
कर दिया जायेगा

बस
पाँच से
छ: लाख
का ही खर्चा
इसमें आ जायेगा

क्या
करता बेचारा
किस्मत का मारा

आपरेशन
थियेटर को
जब ट्राली
ले जायी
जा रही थी

लल्लू
को अपनी
हवाई चप्पल
की चिंता
सताये जा रही थी

डाक्टर साहब
आपरेशन
थोड़ा सा
टलवा दीजिये

मेरे भाई से
मेरी चप्पल
पहले आप
सम्भलवा दीजिये

नामी सर्जन
बिल्कुल
भी नहीं
तिलमिलाया

बस
थोड़ा सा
मुस्कुराया

चप्पलों
को एक
पोलिथिन
लाकर

खुद
उस में
बंधवाया

लल्लू को
दिखा कर
बाहर खड़े
उसके भाई
पप्पू के हाथ
में थमा आया

चप्पल
देख कर पप्पू
थोड़ी देर को चकराया

फिर जा कर
चप्पल की थैली
रिसेप्शन के
एक कोने में
रखकर चला आया

आपरेशन
चल रहा था
पप्पू भी
सोफे में
लेटा लेटा
जम्हाइयाँ
भर रहा था

इतने में
पप्पू की बेगम
पप्पी
वहाँ पर आई

पप्पू ने
पप्पी को
सारी बात
फटाफट समझाई

वो जब
रिसेप्शन
पर जाकर
देख के आई

चप्पल
की थैली
वहाँ से
गायब देख कर

घबरा के
लौट के आई

उधर
आपरेशन चलता
चला जा रहा था

इधर
चप्पल का
गायब होना
पप्पू और
पप्पी का चैन
उडा़ता जा रहा था

पप्पी ने
अचानक
दिमाग अपना
खुजलाया

रिसेप्शन
पर जा कर
ह्ल्ला जोर से मचाया

सी सी टी वी
खुलवाने का
जब भय दिखाया

दरवाजे पर
खड़ा दरबान
तुरंत थैला लेकर आया

बोला
मैने आपकी
चप्पलों का
बहुत ख्याल रखा था

इसी लिये
इसको संभाल
के अपने पास रखा था।