उलूक टाइम्स

बुधवार, 29 अक्तूबर 2014

दो शादी करने के भी होते हैं फायदे कभी कभी छठ पूजा ने इतना तो समझाया

छठ पूजा
पर खबर
चल रही थी

मतलब
की बात

कुछ भी
नहीं निकल
रही थी

अचानक
सूत्रधार ने
कुछ
ऐसा बताया

कान पहले
दायाँ हिला
फिर बायाँ भी

ऐसा लगा
कुछ नया
सा हाथ में
फिसल कर
चला आया

इतना कुछ
इधर उधर का
लिखा पढ़ा
कहीं कुछ भी
काम में नहीं आया

तब जाकर
कुछ सोच कर
कुछ नया

सीखने
पढ़ने का
मन बनाया

शादी हुऐ
हो गये
इतने बरस

इतनी
छोटी सी
बात पर
ध्यान
नहीं जा पाया

सूर्य देवता
की भी थी
दो पत्नियाँ

किसी भी
पत्नी ने
अपने पति को

इस बात को
पता नहीं
क्यों नहीं बताया

इतनी उर्जा
इतनी शक्ति

कैसे
इस सब
के बाद भी
जमा किया
सूरज अपने में

साथ साथ सारी
सृष्टि में भी
बाँट पाया

कभी भी नहीं
हुआ ऐसा
सुबह किसी दिन
थोड़ा देर से हो
निकल कर आया

महान
देवता सूर्य
और उनकी
महान पत्नियाँ

ऊषा
और प्रत्यूषा
को नमन
करते हुऐ

छठ पूजा के
मौके पर

उलूक
ने भी
सम्मान में
हाथ जोड़ कर
अपना सर झुकाया

शायद
आ जाती हो
शक्ति बहुत
एक के बाद
दूसरी करने पर

ये बात जरूर
इस बात से
समझ पाया

बस केवल
दूसरी करने की
शक्ति और हिम्मत
ही नहीं जुटा पाया

हर पर्व कुछ ना
कुछ समझाता है
कौन बताता है
किसकी समझ में
क्या है आया।



चित्र साभार:
www.royalty-free-clip-art-of.com