उलूक टाइम्स: जंगल की बात कर दिखा चारों तरफ सारा हरा हरा

मंगलवार, 12 अगस्त 2025

जंगल की बात कर दिखा चारों तरफ सारा हरा हरा


सोच कर के लिख कुछ
कुछ लिख कर के सोच
सिक्का उछाल
हवा में रोज का रोज
चित भी तेरी पट भी तेरी
किसे देखना है
किसे है कुछ होश
खड़ा हो जाए अगर
दे डाल एक भोज
दे डाल एक भोज
अखबार में सिक्का जरूर छपवा
परदे के पीछे हो चुके अनर्थ को
मिट्टी डाल ले दे के पीछा छुड़ा
ले दे के पीछा छुड़ा
बर्बाद कर खुद ही घर को जरा जरा
खीसें निपोर रोज सुबह शाम को मुस्कुरा
जंगल की बात कर दिखा चारों तरफ सारा हरा हरा
पूछे कोई कुछ
आंखें लाल कर नस दबा
मोगेमबो की फ़ोटो दिखा और डरा
‘उलूक’ कथा “नौ महीने”
पटाक्षेप सुनहरा
सूंघे पत्रकार खबर फैली हुई
जो हो गया उस पर तिरंगा लहरा |

चित्र साभार: https://www.shutterstock.com/

वैधानिक चेतावनी : सत्य कथा पर आधारित बकवास में पात्रों का जिक्र नहीं किया गया है |




1 टिप्पणी:

  1. जो हो गया उस पर तिरंगा लहरा वाह ! हम यही कर रहे हैं वर्षों से!

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