सांप और उसके जहर को क्या लिखना
महसूस कर और सिहर
तेंदुआ शहर में घूम रहा है
दिखा कल अखबार में है एक खबर
बहुत कुछ हो रहा है हमारे आस पास
कुछ तो सुन संजीदा ऐ डफर
अवकाश में चला गया है
पेंशन भी आ गयी है पहली खाते में इधर
काम पर लेकिन अब लगा है बना रहा है बम
साथ में है सुना है जफ़र
उड़ाने का इरादा है उसका सब कुछ
जिससे मिला उसे हमेशा ही सिफर
कभी इधर की थाली का रहा बैगन
लुडकता इधर से उधर
आज उधर दिख रहा है यही बैगन
लुडकता उधर से इधर
इधर था
तो इधर की खोद देता था जड़ें सारी होकर बेफिकर
उधर भी
खोद ही रहा होगा जड़ें किसी की अभी नहीं आई है कोई खबर
बरबाद कर दूंगा
तो बस एक मुहिम है सोच है
दिखाना तो है २०२४ का एक शहर
हर शय पर है हर घर में है हर जगह है
बर्बाद कर दूंगा का नुमाइंदा दिखाने को कहर
बस ‘उलूक’ को पता है
उसका राम है उसका अल्लाह है उसका जीजस है
और सब एक है बाकी सांप है और है जहर
सांप है तो जहर भी है काटता भी है तो मरता भी है
सुबह से लेकर शाम तक जिंदगी और मौत है
लेकिन कड़क धूप है तो है दोपहर
चित्र साभार : https://www.clipartmax.com/