दैनिक
हिन्दुस्तान भी
देखिये
कैसा जुल्म
ढा रहा है
ना
पचने वाली
एक खबर
आज
सुना रहा है
गढ़वाल में
प्रोफेसर लोगों
की नेतागिरी
पर संकट
मंडरा रहा है
हाय हाय
मेरे तो
सीने में
जोर का दर्द
उठा जा रहा है
कुलपति जी
वहाँ के ऎसा
कैसे कर पा
रहे होंगे
या खाली में
हमारे लिये
एक खबर
बना रहे होंगे
भगवान करे
मेरे कुलपति
के कान में
ये खबर ना
जा पाये
वर्ना
कहीं
उनको भी
वैसा ही
बुखार
ना चढ़ जाये
प्रोफेसरी
से क्या
हो पाता है
नेतागिरी
से ही तो देश
पढ़ पाता है
स्कूल
में पढ़ायेंगे
तो खाली बच्चे
पास हो जायेंगे
नेताओं को
पढ़ा लिये
अगर
तो सात पीढि़यों
का भला
कर ले जायेंगे
नेताओं को
वैसे भी
पढ़ाने की
जरूरत है
स्कूल में
पढा़ भी दिया
तो कौन सा
कद्दू में तीर
मार जायेंगे।
हिन्दुस्तान भी
देखिये
कैसा जुल्म
ढा रहा है
ना
पचने वाली
एक खबर
आज
सुना रहा है
गढ़वाल में
प्रोफेसर लोगों
की नेतागिरी
पर संकट
मंडरा रहा है
हाय हाय
मेरे तो
सीने में
जोर का दर्द
उठा जा रहा है
कुलपति जी
वहाँ के ऎसा
कैसे कर पा
रहे होंगे
या खाली में
हमारे लिये
एक खबर
बना रहे होंगे
भगवान करे
मेरे कुलपति
के कान में
ये खबर ना
जा पाये
वर्ना
कहीं
उनको भी
वैसा ही
बुखार
ना चढ़ जाये
प्रोफेसरी
से क्या
हो पाता है
नेतागिरी
से ही तो देश
पढ़ पाता है
स्कूल
में पढ़ायेंगे
तो खाली बच्चे
पास हो जायेंगे
नेताओं को
पढ़ा लिये
अगर
तो सात पीढि़यों
का भला
कर ले जायेंगे
नेताओं को
वैसे भी
पढ़ाने की
जरूरत है
स्कूल में
पढा़ भी दिया
तो कौन सा
कद्दू में तीर
मार जायेंगे।