रद्दी बेच डाल लोहा लक्कड़ बेच डाल
शीशी बोतल बेच डाल
पुराना कपड़ा निकाल नये बर्तन में बदल डाल
बैंक से उधार निकाल
जो जरूरत नहीं उसे ही खरीद डाल
होना जरूरी है जेब में माल
बाजार को घर बुला डाल
माल नहीं है परेशानी कोई मत पाल
सब बिकाउ है जमीर ही बेच डाल
बस एक मेरी परेशानी का तोड़ निकाल
बैचेनी है बेचनी कोई तो खरीददार ढूँढ निकाल।
चित्र साभार: Active India