सीटी बजाने
की
इच्छा रखने वालों की
चलो
पूरी हुई एक आस
पूरी हुई एक आस
बहुत लम्बे समय से
गले में
अटकी हुई थी
गले में
अटकी हुई थी
उनकी भी सुना है साँस
अब हर
विभाग में
किसी खास को
सीटी बजाने का काम देना
बहुत आसान हो जायेगा
पढ़ा लिखा कर उससे
किसी के खिलाफ सीटी
बजवाने का
आनंद भी चौगुना हो पायेगा
सीटियाँ बजेंगी
चारों तरफ से बहुत जोर शोर से
एक आम आदमी का ध्यान ही इन
आवाजों से बस उलझ जायेगा
काम होते रहेंगे
उसी तरह से
मिलबाँट कर भाईचारे के साथ
आजाद भारत में शुरु किये धँधों का
बाजार और भी चमकदार हो जायेगा
बाजार और भी चमकदार हो जायेगा
पहचान
गुप्त रखी जायेगी
सीटीबजाने वाले की
पास हुऐ बिल में बताया भी जा रहा है
सीटी बजाने वाला
बहुत सारे कमीशन
पाने का हकदार भी हो पायेगा
बहुत सारे कमीशन
पाने का हकदार भी हो पायेगा
सीटी बजाने वाले
मरा करते थे बहुत पहले से सुना है
अबकी बार सीटियाँ सुनने वाला ही
मार दिया जायेगा
मार दिया जायेगा
सीटियाँ
बहुत आसानी से
मिलने लगेंगी बाजार में
किसी मल्टीनेशनल के साथ
सीटियाँ बनाने का कारोबार
सीटियाँ बनाने का कारोबार
जल्दी सरकार द्वारा साझे में
शुरु भी करवा दिया जायेगा
शुरु भी करवा दिया जायेगा
सीटी बजाने वाले
ही मिलेंगे
ज्यादातर लोग आज के बाद
सीटी
नहीं रखने वाले को
अंदर करवा दिया जायेगा ।
चित्र साभार: https://www.gettyimages.in/