ऐसा
नहीं होता है
ऐसा भी होता है
सारे
सचों को
सच सच
कह देने का भी
कभी कभी
मन होता है
रोज ही
झूठ बोलने से
जायका भी
खराब होता है
सब रखते हैं
अपने अपने
सबके सामने से
उसमें क्या सच
क्या झूठ होता है
किसी
को कुछ
पता होता है
किसी को कुछ
पता नहीं होता है
ऐसा भी
नहीं होता है
खुद का सच
खुद को ही
पता नहीं होता है
कौन सा सच
सच होता है
कौन सा सच
झूठ होता है
कौन सा झूठ
सच होता है
कौन सा झूठ
झूठ होता है
सोच कर
देख ‘उलूक’
किसी दिन
दुनियाँ
दिखाती है
बहुत कुछ
दिखाती है
उसमें
कितना कुछ
बहुत कुछ होता है
कितना कुछ
कुछ भी नहीं होता है
जो कुछ भी
कहीं भी
नहीं देखता है
जो कुछ भी
कभी भी
नहीं सोचता है
आज
सब से आगे
बस वही और
वही होता है
सच
और झूठ के
चक्कर में पड़ना
इस जमाने में
वैसे भी ठीक
नहीं होता है ।
चित्र साभार: www.shutterstock.com
नहीं होता है
ऐसा भी होता है
सारे
सचों को
सच सच
कह देने का भी
कभी कभी
मन होता है
रोज ही
झूठ बोलने से
जायका भी
खराब होता है
सब रखते हैं
अपने अपने
सबके सामने से
उसमें क्या सच
क्या झूठ होता है
किसी
को कुछ
पता होता है
किसी को कुछ
पता नहीं होता है
ऐसा भी
नहीं होता है
खुद का सच
खुद को ही
पता नहीं होता है
कौन सा सच
सच होता है
कौन सा सच
झूठ होता है
कौन सा झूठ
सच होता है
कौन सा झूठ
झूठ होता है
सोच कर
देख ‘उलूक’
किसी दिन
दुनियाँ
दिखाती है
बहुत कुछ
दिखाती है
उसमें
कितना कुछ
बहुत कुछ होता है
कितना कुछ
कुछ भी नहीं होता है
जो कुछ भी
कहीं भी
नहीं देखता है
जो कुछ भी
कभी भी
नहीं सोचता है
आज
सब से आगे
बस वही और
वही होता है
सच
और झूठ के
चक्कर में पड़ना
इस जमाने में
वैसे भी ठीक
नहीं होता है ।
चित्र साभार: www.shutterstock.com