बामुलाहिजा
होशियार
बाकी
सब कुछ
तो ठीक है
अपनी अपनी
जगह पर
तुम एक
छोटी
सी बात
हमको भी
बताओ यार
शेर के खोल
पहन कर
कब तक करोगे
असली शेरों
का शिकार
सबसे
मनवा
लिया है
सब ने मान
भी लिया है
कबूल कर
लिया है
सारे के सारे
इधर के भी
उधर के भी
हमारे और
तुम्हारे
तुम जैसे
जहाँ कहीं
पर जो भी
जैसे भी हो
शेर ही हो
उसको
भी पता है
जिसको
घिर घिरा
कर तुम
लोगों के
हाथों
बातों के
युद्ध में
मरना है
मुस्कुराते हुऐ
तुम्हारे सामने
से खड़ा है
गिरा भी लोगे
तुम सब मिल
कर उसको
क्योंकि एक के
साथ एक के युद्ध
करने की सोचना
ही बेवकूफी
से भरा है
अब बस एक
छोटा सा काम
ही रह गया है
एक चूहे को
खलास करने
के लिये ही
सैकड़ों
तुम जैसी
बिल्लियों को
कोने कोने से
उमड़ना है
लगे रहो
लगा लो जोर
कहावत भी है
वही होता है जो
राम जी को
पता होता है
जो करना
होता है
वो सब
राम जी ने ही
करना होता है
राम जी भी
तस्वीरों में तक
इन दिनों कहाँ
पाये जाते हैं
तुम्हारे
ही किसी
हनुमान जी
की जेबों
में से ही
उन्होने भी
जगह जगह
अपना झंडा
ऊँचा करना है
वो भी बस
चुनाव तक
उसके बाद
राम जी कहाँ
हनुमान जी कहाँ
दोनो को ही
मिलकर
एक दूसरे
के लिये
एक दूसरे के
हाथों में
हाथ लिये
विदेश
का दौरा
साल
दर साल
हर साल
करना है ।
चित्र साभार: www.bikesarena.com