कितनी
भी बड़ी
तोप
तू
होता होगा
तेरा गोला
चलकर भी
फुस्स
हो जायेगा
किसी
भी गलत
मुद्दे को
तू
सही
ठहराने
की मुहिम में
हार जायेगा
कोई भी
तेरे साथ
में नहीं
आ पायेगा
एक ना
एक दिन
लटका
दिया जायेगा
बिना
किसी बात के
मुश्किल
में भी फंसा
कहीं
दिया जायेगा
अपने पत्ते
अगर
नहीं उनको
दिखायेगा
तेरे होने
ना होने से
यहाँ
कुछ नहीं होता
जो भी होता है
माथे पे लिखे हुऎ
बिल्ले से होता है
तेरा होना यहाँ
भाजपा
या काँग्रेस
वाला ही
बता पायेगा
दो में
नहीं होना भी
थोड़ा बहुत
चल जायेगा
तीसरे
फ्रंट से कहीं
तेरा तार
अगर जुड़ा
उन्हें कहीं
दिख जायेगा
मुश्किल
में होने पर
होना कहीं ही
तेरे को
बचा ले जायेगा
एक दिन
तू बचेगा
कभी तू भी
किसी को
बचा कर
निकाल के
ले आयेगा
कहीं
नहीं होने वाला
अपनी
आवाज से
बस
कुछ कौऎ
और
कबूतर ही
उड़ा पायेगा
दल में
नहीं घुस सके
संगठन
से उसके
जा कर भी
अगर कहीं
जुड़ जायेगा
मुश्किलें
पैदा करना
किसी के लिये भी
तेरे लिये
आसान
बहुत
हो जायेगा
हर कोई
तेरे से
राय फिर
जरूर लेने
के लिये आयेगा
चुनाव
के दिनों
को छोड़कर
बाकी
दिनों की
समस्या में
तू
कहाँ है
ये नहीं
देखा जायेगा
तेरे
दर्द के लिये
उधर
वाला भी
अपने झंडे
दिखा कर
जलूस बनायेगा
सबके
दिल में
होगा तू
इधर भी
और
उधर भी
तेरा नाम
किसी की
जबान पर
कहीं भी
नहीं आयेगा
मेरी
एक पते
की बात
अगर
तू
मान जायेगा
सोनिया, मोदी,
वृंदा या माया दीदी
में से
किसी की
छाया भी
अगर
कहीं
पा जायेगा
तेरा
अस्तित्व
उस दिन
उभर कर
निखर जायेगा
कौड़ी
का भाव
जो आज है तेरा
करोड़ों
के मोल का
हो जायेगा
कुछ
लोगों के
लिये कुछ
करने वालों मे
गिन लिया जायेगा
ये सब
तभी संभव
हो पायेगा
जब
बिल्ला
कोई एक
माथे पर
आज भी
अपने
लिखवायेगा
ऎसे ही
चलता रहा
बिना छत्र
छाया के अगर
कौन
तेरा भला
कुछ कर पायेगा
लावारिस
में गिना
जाता है आज भी
लावारिस
हमेशा
के लिये
हो जायेगा ।