गन्ने के खेत जैसे उगे हुऎ
पता नहीं कितने
पता नहीं कितने
पर देखे जरूर थे पिछली बार
बहुत सारे अन्ना
बहुत सारे अन्ना
नतमस्तक
हो गया था
साथ में
कुछ दुखी भी हो गया था
कुछ दुखी भी हो गया था
कहीं भी
किसी भी खेत में
नहीं उग पाया था
बहुत झल्लाया था
किसी भी खेत में
नहीं उग पाया था
बहुत झल्लाया था
इस बार
चांस हाथ से नहीं जाने दूंगा
चाहे धरती पलट जाये
मौका भुना ही लूंगा
मौका भुना ही लूंगा
फिर से
क्योंकी लग रहा है कुछ होने वाला है
सुगबुगाहट सी दिख रही है साफ
पिछली बार के कलाकारों में
सुना है
जल्दी ही इस बार वो
रामदेव हो जाने वाला है
अन्ना हो गये रामदेव
का समाचार भी
इन
रामदेवों के
अपने अखबार का संवाददाता
इस बार भी
इनकी रोज आने वाली
खबर की
जगह पर ही देने वाला है
खबर की
जगह पर ही देने वाला है
सोच कर दीजियेगा
अपनी खबर इन दिनो आप भी जरा
आपकी खबर भी
इनकी खबर में
रोज की तरह मिलाकर
रोज की तरह मिलाकर
वो आप से मजे भी लेने वाला है
बस एक सबक
सिखा गया अन्ना इन अन्नाओं को
काम
अपने रोज के छोड़ के
कोई भी अन्ना यहां का
नहीं इस बार मैदान में आने वाला है
पीछे से
लंगड़ी देने वाला है
गिराने वाला है
सामने से
आकर उठाने वाला है
रामदेव का मलहम
मुफ्त में दे के जाने वाला है।
चित्र साभार: http://www.theunrealtimes.com/
मुफ्त में दे के जाने वाला है।
चित्र साभार: http://www.theunrealtimes.com/