शब्दों
के समुंदर
में गोते लगाना
और
ढूँढ
के लाना
कुछ मोती
इतना
आसान
कहां होता है
कविता
बता देती है
तुम्हारे अंदर के
कव्वे का पता
जो
सफेद शब्द
खोज के
लाता तो है हमेशा
पर
कव्वे की
काली छाया
उन्हे भी
बना देती
है काला
और
कोयल
की कूँक
होते हुवे भी
वो
न जाने क्यूं
कांव कांव ही
सुनायी देते हैं
और
लोग जान
जाते हैं मुझे ।
के समुंदर
में गोते लगाना
और
ढूँढ
के लाना
कुछ मोती
इतना
आसान
कहां होता है
कविता
बता देती है
तुम्हारे अंदर के
कव्वे का पता
जो
सफेद शब्द
खोज के
लाता तो है हमेशा
पर
कव्वे की
काली छाया
उन्हे भी
बना देती
है काला
और
कोयल
की कूँक
होते हुवे भी
वो
न जाने क्यूं
कांव कांव ही
सुनायी देते हैं
और
लोग जान
जाते हैं मुझे ।