वो
अपनी
रोटियाँ
सेकता है
किसी और
की आग में
चारों तरफ
लगी आग है
कुछ रोटियों
के ढेर हैं
और कुछ
राख है
ऐसा
नहीं है कि
भूखा है वो
और उसे
खानी हैं
रोटियाँ
गले तक
पेट भर
जाने के बाद
कुछ देर
खेलने की
आदत है उसे
लकड़ियाँ
सारे जंगल
की यूँ ही
जला देता
है हमेशा
दिल
जला कर
पकायी गयी
रोटी का स्वाद
लाजवाब होता है
रोटियों में
इतना दखल
होना भी
गजब की बात है
रोटियाँ
पढ़ाता है
और
पूछता भी है
फिर से
समझाऊँ
रोटियाँ शुरु से
रोटियों से
क्या करेगा
क्या करेगा
आग और
राख से ‘उलूक’
किसी की
भूख है
किसी का
चूल्हा है
रोटियाँ
किसी
और की हैं।
चित्र साभार: www.123rf.com
अपनी
रोटियाँ
सेकता है
किसी और
की आग में
चारों तरफ
लगी आग है
कुछ रोटियों
के ढेर हैं
और कुछ
राख है
ऐसा
नहीं है कि
भूखा है वो
और उसे
खानी हैं
रोटियाँ
गले तक
पेट भर
जाने के बाद
कुछ देर
खेलने की
आदत है उसे
लकड़ियाँ
सारे जंगल
की यूँ ही
जला देता
है हमेशा
दिल
जला कर
पकायी गयी
रोटी का स्वाद
लाजवाब होता है
रोटियों में
इतना दखल
होना भी
गजब की बात है
रोटियाँ
पढ़ाता है
और
पूछता भी है
फिर से
समझाऊँ
रोटियाँ शुरु से
रोटियों से
क्या करेगा
क्या करेगा
आग और
राख से ‘उलूक’
किसी की
भूख है
किसी का
चूल्हा है
रोटियाँ
किसी
और की हैं।
चित्र साभार: www.123rf.com