विधायक जी ने
जिलाधिकारी जी को
रात को बारा बजे
जब दूरभाष लगाया
लड़खड़ाती
आवाज से उनकी
उन्हे आभास हो आया
पक्का ही
डी एम ने
पव्वा है लगाया
विधायक जी ने
तुरंत ही
इस घटना को
आयुक्त को
जब बताया
आयुक्त ने भी
पुष्टि करने को
डी एम
साहब को
फोन लगाया
भाई
तुम्हारी
आवाज तो
लड़खड़ा रही है
तुमने
पी हुई है
ऎसा कुछ
बता रही है
डी एम
साहब को
बहुत जोर
का गुस्सा
आना ही था
वो आया
थोड़ी सी
तो पी है
चोरी तो
नहीं की है
जो बनता है
बना डालो
मेडिकल
चाहो तो
वो भी
करवालो
ये सब
मुझे ही
किसी ने
नहीं है
बताया
मेरे घर में
जितने
अखबार
आते हैं
उनमें से
एक के
मुख्य पृष्ठ
पर मैं इसे
पढ़ पाया
तब से
कुछ भी
समझ में
नहीं आ
रहा है
इस समाचार का
विश्लेषण दिमाग
नहीं कर पा रहा है
वैसे खाली फोन में
आवाज से कोई कैसे
पकड़ा जाता है
हर अधिकारी
के घर में
सी सी टी वी
क्यों नहीं
लगाया जाता है
खुश्बू का भी पता
चल जाया करे
क्या ऎसा कोई
इंस्ट्रूमेंट बाजार में
नहीं आता है
शुरुआत तो
विधायक
निवास से ही
की जानी चाहिये
तस्वीर जनता तक
भी तो जानी चाहिये
खाली पड़ी
विधायक
हास्टल के
पीछे की
गली की
बोतलें भी
किसी ने
एक बार
ऎसी ही
अखबार में
छपवा दी थी
बताया गया था
विरोधी दल
के नेता ने
कबाड़ी से
खरीद कर
रखवा दी थी
फोटो खिंचवा के
अखबार के दफ्तर
को भिजवा दी थी
पता नहीं कुछ भी
समझ में नहीं
आ पा रहा है
शराब को
आखिर
इतना बदनाम
क्यों किया
जा रहा है
मुम्बई में हुआ है
फिर से गैंग रेप
पर
शराब की
खबर को
उससे भी
हाई
टी आर पी
का बताया
जा रहा है
आभारी रहूँगा
अगर आप में
से कोई
मुझे समझा देगा
इस समाचार में
अखबार वाला
क्या हमको
बताना चाह रहा है ।
जिलाधिकारी जी को
रात को बारा बजे
जब दूरभाष लगाया
लड़खड़ाती
आवाज से उनकी
उन्हे आभास हो आया
पक्का ही
डी एम ने
पव्वा है लगाया
विधायक जी ने
तुरंत ही
इस घटना को
आयुक्त को
जब बताया
आयुक्त ने भी
पुष्टि करने को
डी एम
साहब को
फोन लगाया
भाई
तुम्हारी
आवाज तो
लड़खड़ा रही है
तुमने
पी हुई है
ऎसा कुछ
बता रही है
डी एम
साहब को
बहुत जोर
का गुस्सा
आना ही था
वो आया
थोड़ी सी
तो पी है
चोरी तो
नहीं की है
जो बनता है
बना डालो
मेडिकल
चाहो तो
वो भी
करवालो
ये सब
मुझे ही
किसी ने
नहीं है
बताया
मेरे घर में
जितने
अखबार
आते हैं
उनमें से
एक के
मुख्य पृष्ठ
पर मैं इसे
पढ़ पाया
तब से
कुछ भी
समझ में
नहीं आ
रहा है
इस समाचार का
विश्लेषण दिमाग
नहीं कर पा रहा है
वैसे खाली फोन में
आवाज से कोई कैसे
पकड़ा जाता है
हर अधिकारी
के घर में
सी सी टी वी
क्यों नहीं
लगाया जाता है
खुश्बू का भी पता
चल जाया करे
क्या ऎसा कोई
इंस्ट्रूमेंट बाजार में
नहीं आता है
शुरुआत तो
विधायक
निवास से ही
की जानी चाहिये
तस्वीर जनता तक
भी तो जानी चाहिये
खाली पड़ी
विधायक
हास्टल के
पीछे की
गली की
बोतलें भी
किसी ने
एक बार
ऎसी ही
अखबार में
छपवा दी थी
बताया गया था
विरोधी दल
के नेता ने
कबाड़ी से
खरीद कर
रखवा दी थी
फोटो खिंचवा के
अखबार के दफ्तर
को भिजवा दी थी
पता नहीं कुछ भी
समझ में नहीं
आ पा रहा है
शराब को
आखिर
इतना बदनाम
क्यों किया
जा रहा है
मुम्बई में हुआ है
फिर से गैंग रेप
पर
शराब की
खबर को
उससे भी
हाई
टी आर पी
का बताया
जा रहा है
आभारी रहूँगा
अगर आप में
से कोई
मुझे समझा देगा
इस समाचार में
अखबार वाला
क्या हमको
बताना चाह रहा है ।