मेहनताना
खेत खोदने का
अगर मिलता है
चुपचाप
जेब में
रख कर
आना होता है
किसने पूछना
होता है हिसाब
घरवालों
के खुद ही
बंजर किये
खेत में
वैसे भी
कौन सा
विशिष्ठ
गुणवत्ता
के धान ने
उग कर
आना होता है
घास
खरपतवार
अपने आप
उग जाती है
रख रखाव
के झंझट
से भी
मुक्ति मिल
जाती है
छोड़ कर
खेत को
हिसाब किताब
की किताब को
साफ सुथरे
अक्षरों से
सजा कर
आना होता है
झाड़ झंकार
से बनने वाली
हरियाली को
भूल कर
इकतीस
मार्च तक
बिल्कुल
भी नहीं
खजबजाना
होता है
सबसे
महत्वपूर्ण
जो होता है
वो खेत
छोड़ कर
और कहीं
जा कर
गैर जरूरी
कोई दीवार
सीढ़ी सड़क
का बनाना
होता है
पत्थर भी
उधर के लिये
खेत में से ही
उखाड़ कर
उठा कर
लाना होता है
चोखे
मेहनाताने
पर आयकर देकर
सम्मानित
नागरिक
हो जाने
का बिल्ला
सरकार
से लेते हुए
एक फोटो
अखबार में
छपवाने
के वास्ते
प्रसाद
और फूल
के साथ
दे कर
आना होता है
‘उलूक’
की बकवास
की भाषा में
कह लिया जाये
बिना किसी
लाग लपेट के
अगर सौ बातों
की एक बात
अपने अपने
बनाये गये
मुर्दों को
अपने अपने
पर्दों के पीछे
लपेट कर
सम्भालकर
आना होता है
फिर सामने
निकल कर
आपस में
मिलकर
सामने वालों को
मुस्कुराते हुऐ
जिंदगी क्या है
बहुत
प्यार से
समझाना
होता है ।
चित्र साभार: www.canstockphoto.com
खेत खोदने का
अगर मिलता है
चुपचाप
जेब में
रख कर
आना होता है
किसने पूछना
होता है हिसाब
घरवालों
के खुद ही
बंजर किये
खेत में
वैसे भी
कौन सा
विशिष्ठ
गुणवत्ता
के धान ने
उग कर
आना होता है
घास
खरपतवार
अपने आप
उग जाती है
रख रखाव
के झंझट
से भी
मुक्ति मिल
जाती है
छोड़ कर
खेत को
हिसाब किताब
की किताब को
साफ सुथरे
अक्षरों से
सजा कर
आना होता है
झाड़ झंकार
से बनने वाली
हरियाली को
भूल कर
इकतीस
मार्च तक
बिल्कुल
भी नहीं
खजबजाना
होता है
सबसे
महत्वपूर्ण
जो होता है
वो खेत
छोड़ कर
और कहीं
जा कर
गैर जरूरी
कोई दीवार
सीढ़ी सड़क
का बनाना
होता है
पत्थर भी
उधर के लिये
खेत में से ही
उखाड़ कर
उठा कर
लाना होता है
चोखे
मेहनाताने
पर आयकर देकर
सम्मानित
नागरिक
हो जाने
का बिल्ला
सरकार
से लेते हुए
एक फोटो
अखबार में
छपवाने
के वास्ते
प्रसाद
और फूल
के साथ
दे कर
आना होता है
‘उलूक’
की बकवास
की भाषा में
कह लिया जाये
बिना किसी
लाग लपेट के
अगर सौ बातों
की एक बात
अपने अपने
बनाये गये
मुर्दों को
अपने अपने
पर्दों के पीछे
लपेट कर
सम्भालकर
आना होता है
फिर सामने
निकल कर
आपस में
मिलकर
सामने वालों को
मुस्कुराते हुऐ
जिंदगी क्या है
बहुत
प्यार से
समझाना
होता है ।
चित्र साभार: www.canstockphoto.com