नये
जमाने
के साथ
बदलना
सीखें
कुछ
उद्योग
धन्धे नये
धन्धों से
अलग
खींच कर
धन्धों के
खेत में
खींच
तान कर
अकलमंदी के
डंडे से सींचें
पनपायें
आओ
धमकायें
धमकाने के
धन्धे से
किसी की
किस्मत
चमकायें
आओ बुद्ध
बन जायें
ऊपर कहीं
बैठ कर
ऊँचाई
अपनी
लोगों को
समझायें
नये नये
उद्योगों
की
लम्बी
लम्बी
कतारें
लगायें
आओ
पीछे कहीं
खड़े खड़े
आगे
चल रहे
को
गलियाएं
आओ
लोगों का
बोलना
बन्द
करवायें
बोलती
बन्द करने
की मशीनें
ईजाद करें
देश आगे
ले जायें
अपना
मुँह खोलें
दांत दिखायें
ना देखना
चाहे कोई
काट खायें
आओ
कटखन्ने
हो जायें
काट खाने
के तरीके
समझें
समझायें
नये नये
काटखाने के
उपकरण
तैयार करें
कटखन्ने
उद्योग
उगायें
आओ
सीखें
सिखाने
वालों से
उनके
समझे
बूझे को
‘उलूक’
की तरह
बकवास
कर कर
लोगों को
ना पकायें
आओ
नये जमाने
के
नये लोगों
के नये
ज्ञान का
लाभ उठायेंं
आओ
खुद के
लिये नहीं
किसी
के लिये
लोगों को
धमकायें
धमकाने के
उद्योग
फलें फूलें
राग धमकी
में ढले
गीत गायें ।
चित्र साभार: WorldArtsMe
जमाने
के साथ
बदलना
सीखें
कुछ
उद्योग
धन्धे नये
धन्धों से
अलग
खींच कर
धन्धों के
खेत में
खींच
तान कर
अकलमंदी के
डंडे से सींचें
पनपायें
आओ
धमकायें
धमकाने के
धन्धे से
किसी की
किस्मत
चमकायें
आओ बुद्ध
बन जायें
ऊपर कहीं
बैठ कर
ऊँचाई
अपनी
लोगों को
समझायें
नये नये
उद्योगों
की
लम्बी
लम्बी
कतारें
लगायें
आओ
पीछे कहीं
खड़े खड़े
आगे
चल रहे
को
गलियाएं
आओ
लोगों का
बोलना
बन्द
करवायें
बोलती
बन्द करने
की मशीनें
ईजाद करें
देश आगे
ले जायें
अपना
मुँह खोलें
दांत दिखायें
ना देखना
चाहे कोई
काट खायें
आओ
कटखन्ने
हो जायें
काट खाने
के तरीके
समझें
समझायें
नये नये
काटखाने के
उपकरण
तैयार करें
कटखन्ने
उद्योग
उगायें
आओ
सीखें
सिखाने
वालों से
उनके
समझे
बूझे को
‘उलूक’
की तरह
बकवास
कर कर
लोगों को
ना पकायें
आओ
नये जमाने
के
नये लोगों
के नये
ज्ञान का
लाभ उठायेंं
आओ
खुद के
लिये नहीं
किसी
के लिये
लोगों को
धमकायें
धमकाने के
उद्योग
फलें फूलें
राग धमकी
में ढले
गीत गायें ।
चित्र साभार: WorldArtsMe