दिमाग
है जितना
अपने पास में
पूरा लगाता हूँ
चालाकी
अपनी ओर
से पूरी कर
ले जाता हूँ
किस्मत
का मारा
मगर कहीं तो
फँसा फिर भी
लिया जाता हूँ
साहब
करते हैं
कोशिश मुझे
घोड़ा अपना
बनाने की
गधा
तक बन
कर बीच में ही
रुक जाता हूँ
देखलो
उनको भी
चूना लगा
इस तरह मैं
ले जाता हूँ
लदवाना
जहाँ
चाहते हैं
बोरा एक
मेरे ऊपर
झोला
ही उनका
बस उठा के
ले जाता हूँ
चमचागिरी
करना भी
चाहूँ कभी
ठीक
मौके पर
आकर के
शरमा
ही जाता हूँ
चालाकी
का नमूना
फिर भी
देखिये जनाब
शहर
के हर
कोने में
उनके चमचे
के नाम
से फिर भी
जाना जाता हूँ
अपनी
गली में
पहुँचा नहीं जैसे
शेर
एक बब्बर
सा हो जाता हूँ
प्लास्टिक
के नाखून
पहन कर के
सारे मोहल्ले
की बिल्लियों
को डराता हूँ
सही
जगह पर
माना कि कुछ
कह नहीं पाता हूँ
यहाँ
पहुँच कर
सच्ची बात मगर
दोस्तों को अपने
जरूर बताता हूँ
बताइये
क्या थोड़ा
सा भी
कहीं किसी से
शरमाता हूँ।
है जितना
अपने पास में
पूरा लगाता हूँ
चालाकी
अपनी ओर
से पूरी कर
ले जाता हूँ
किस्मत
का मारा
मगर कहीं तो
फँसा फिर भी
लिया जाता हूँ
साहब
करते हैं
कोशिश मुझे
घोड़ा अपना
बनाने की
गधा
तक बन
कर बीच में ही
रुक जाता हूँ
देखलो
उनको भी
चूना लगा
इस तरह मैं
ले जाता हूँ
लदवाना
जहाँ
चाहते हैं
बोरा एक
मेरे ऊपर
झोला
ही उनका
बस उठा के
ले जाता हूँ
चमचागिरी
करना भी
चाहूँ कभी
ठीक
मौके पर
आकर के
शरमा
ही जाता हूँ
चालाकी
का नमूना
फिर भी
देखिये जनाब
शहर
के हर
कोने में
उनके चमचे
के नाम
से फिर भी
जाना जाता हूँ
अपनी
गली में
पहुँचा नहीं जैसे
शेर
एक बब्बर
सा हो जाता हूँ
प्लास्टिक
के नाखून
पहन कर के
सारे मोहल्ले
की बिल्लियों
को डराता हूँ
सही
जगह पर
माना कि कुछ
कह नहीं पाता हूँ
यहाँ
पहुँच कर
सच्ची बात मगर
दोस्तों को अपने
जरूर बताता हूँ
बताइये
क्या थोड़ा
सा भी
कहीं किसी से
शरमाता हूँ।