अपना ही 
अनाज उगाना
जैसे
अनाज उगाना
जैसे
कोई गुनाह होते जा रहा है 
जिसे देखो 
जोर लगा कर पूछते हुऎ
जोर लगा कर पूछते हुऎ
जरा भी 
नहीं शरमा रहा है
नहीं शरमा रहा है
भाई 
तू आजकल दाढ़ी रखे हुऎ
तू आजकल दाढ़ी रखे हुऎ
शहर के अंदर 
खुले आम 
क्यों नजर आ रहा है
क्यों नजर आ रहा है
दाढ़ी रखना 
जैसे 
मातम का कोई निशां
मातम का कोई निशां
हुऎ जा रहा है 
कोई 
मुँह के कोने से मुस्कुरा रहा है
मुँह के कोने से मुस्कुरा रहा है
जैसे 
मेरा कुलपति मेरे लिये अलग से
मेरा कुलपति मेरे लिये अलग से
कोई 
दाढ़ी इंक्रीमेंट का जी ओ लेकर
दाढ़ी इंक्रीमेंट का जी ओ लेकर
अभी अभी आ रहा है 
दूसरा 
दाढ़ी और मेरी उम्र का हिसाब लगा रहा है 
बगल वाले से कह रहा है 
ये शायद अवकाश गृहण कर के घर आ रहा है 
तीसरे को भी 
बहुत मजा सा आ रहा है
बहुत मजा सा आ रहा है
दाढ़ी को काला करने का सस्ता जुगाड़ 
मुफ्त में समझा रहा है 
एक तो 
इतना गुस्ताख हुआ जा रहा है
इतना गुस्ताख हुआ जा रहा है
दाढ़ी 
तुमपर बिल्कुल नहीं जम रही है
तुमपर बिल्कुल नहीं जम रही है
कहे जा रहा है
हद देखिये 
तुम्हारी पत्नी 
तुम्हारी पुत्री नजर आने लगी है
तुम्हारी पुत्री नजर आने लगी है
तक कहने से 
बाज नहीं आ रहा है
बाज नहीं आ रहा है
आगे पता नहीं 
कौन कौन से प्रश्न
कौन कौन से प्रश्न
ये दाढ़ी सामने लेकर आ रही है 
लोगों को 
पता नहीं साफ साफ
पता नहीं साफ साफ
क्यों नहीं बता पा रही है 
दाढ़ी वाला भारी तिनका 
अब अपनी जेब में नहीं छुपा पा रहा है 
इसलिये दाढ़ी उगाये चला जा रहा है 
यही तिनका 
अब दाढ़ी में
अब दाढ़ी में
सारे शरीफों को
दूर ही से नजर आ रहा है 
इसलिये 
कुछ ना कुछ राय
दाढ़ी पर
कुछ ना कुछ राय
दाढ़ी पर
 जरूर ही दे कर जा रहा है । 
 

 
