एक पट्टा
गले में
पहन लूँ
कई दिन से
विचार आ रहा है
रंग उसका
क्या होना चाहिये
बस यही
समझ में
नहीं आ रहा है
जमाने में रहकर
जमाने से कितना
पिछड़ गया हूँ
हर पट्टा
पहना हुआ
जैसे मुझे ही
चिढ़ा रहा है
किसम
किसम के हैं
सारे इंद्रधनुषी हैं
सभी पहने हुऐ हैं
एक रंग के पट्टे हैं
आभासी जंजीर
भी नजर आ रही है
मालिक है
जो चाहे करे
भौंकना तो
कम से कम
सिखा रहा है
रंग
इन्द्रधनुष
का एक
पता नहीं
किसके लिये
और क्यों
बौरा रहा है
‘उलूक’
उल्लू है
बना रह
किसी शाख
पर बैठ कर
गुलिस्ताँ को
उजाड़ने
तो तू भी
जा रहा है
किसी
एक रंग के
पट्टे को
पहन कर कोई
उसी रंग में
रंगीन कुछ
भौंकना चाह रहा है
तेरा जी
किस लिये
मिचला रहा है
यही गले से
नीचे उतर
नहीं पा रहा है
एक पट्टा
किसी का भी
तू भी अपने लिये
क्यों नहीं
बना पा रहा है
यही
एक प्रश्न
बिना उत्तर का
यहाँ वहाँ
पगला रहा है ?
चित्र साभार: http://clipartmag.com
गले में
पहन लूँ
कई दिन से
विचार आ रहा है
रंग उसका
क्या होना चाहिये
बस यही
समझ में
नहीं आ रहा है
जमाने में रहकर
जमाने से कितना
पिछड़ गया हूँ
हर पट्टा
पहना हुआ
जैसे मुझे ही
चिढ़ा रहा है
किसम
किसम के हैं
सारे इंद्रधनुषी हैं
सभी पहने हुऐ हैं
एक रंग के पट्टे हैं
आभासी जंजीर
भी नजर आ रही है
मालिक है
जो चाहे करे
भौंकना तो
कम से कम
सिखा रहा है
रंग
इन्द्रधनुष
का एक
पता नहीं
किसके लिये
और क्यों
बौरा रहा है
‘उलूक’
उल्लू है
बना रह
किसी शाख
पर बैठ कर
गुलिस्ताँ को
उजाड़ने
तो तू भी
जा रहा है
किसी
एक रंग के
पट्टे को
पहन कर कोई
उसी रंग में
रंगीन कुछ
भौंकना चाह रहा है
तेरा जी
किस लिये
मिचला रहा है
यही गले से
नीचे उतर
नहीं पा रहा है
एक पट्टा
किसी का भी
तू भी अपने लिये
क्यों नहीं
बना पा रहा है
यही
एक प्रश्न
बिना उत्तर का
यहाँ वहाँ
पगला रहा है ?
चित्र साभार: http://clipartmag.com